मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को लेकर जा रहे एक हेलीकॉप्टर को बुधवार देर रात खराब मौसम के कारण मुनस्यारी के निकट एक सुदूरवर्ती गांव में आपात स्थिति में उतारना पड़ा जिसके कारण सीईसी, दो पायलटों और दो निर्वाचन अधिकारियों को शून्य से नीचे तापमान में एक निर्जन घर में रात बितानी पड़ी। निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि मौसम साफ होने पर हेलीकॉप्टर ने बृहस्पतिवार को सुबह उड़ान भरी और सुरक्षित मुनस्यारी तहसील मुख्यालय पहुंच गया।
सूत्रों ने बताया कि कुमार पिथौरागढ़ और आसपास के 14 गांवों के दूरदराज के मतदान केंद्रों का दौरा करेंगे, ताकि वे निर्वाचन अधिकारियों और मतदाताओं के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में प्रत्यक्ष रूप से जानकारी हासिल कर सकें।
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गिरीश गोस्वामी ने बताया कि हेलीकॉप्टर मिलम हिमनद के रास्ते में था और प्रतिकूल मौसम के कारण उसे देर रात करीब एक बजे आपात स्थिति में उतारना पड़ा।
उन्होंने बताया कि उस वक्त घने बादल छाए रहने और दृश्यता बेहद कम होने के कारण हेलीकॉप्टर को मुनस्यारी से 42 किलोमीटर पहले रालम गांव में देर रात करीब डेढ़ बजे एक हेलीपैड पर उतारा गया था।
इससे पहले भी कुमार ने क्षेत्र के दूरदराज के मतदान केंद्रों का दौरा किया था।
वर्ष 2022 में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद उन्होंने मतदान कर्मचारियों के सामने आने वाली कठिनाइयों का अनुभव करने के लिए चमोली जिले के डुमक गांव में सबसे दूरस्थ मतदान केंद्रों में से एक का दौरा किया था।
इस दौरे के बाद जिला निर्वाचन अधिकारियों ने मतदान केंद्र के लिए मार्ग मानचित्रों की समीक्षा की और उसके अनुरूप, गंतव्य तक पहुंचने का मार्ग तलाशा। इसके लिए दो से तीन दिन की यात्रा करनी पड़ती है। ऐसे दुर्गम इलाकों में ईवीएम ले जाने के लिए एक विशेष बैगपैक का भी इस्तेमाल किया गया।
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