NEET UG 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब लाखों छात्र परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं। 4 मई 2025 को होने वाली यह परीक्षा भारत की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है, जिसमें 23 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती यह है कि पूरे देश में सिर्फ 1,09,048 मेडिकल सीटें उपलब्ध हैं, जिसमें से सरकारी मेडिकल कॉलेजों की सीटें मात्र 55,880 ही हैं। इसका मतलब है कि एक सरकारी मेडिकल सीट के लिए 19 छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा होगी।
सरकारी मेडिकल सीटों के लिए सबसे ज्यादा संघर्ष क्यों?
✅ निजी कॉलेजों की फीस अधिक होने के कारण छात्रों की पहली प्राथमिकता सरकारी कॉलेज होती है।
✅ सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश NEET रैंकिंग और कटऑफ के आधार पर होता है।
✅ जिन छात्रों की रैंक टॉप 55,880 में होगी, उन्हें ही सरकारी सीटें मिलेंगी।
✅ बाकी छात्रों को निजी मेडिकल कॉलेजों या अन्य कोर्स में एडमिशन लेना होगा।
किस राज्य में कितनी सरकारी मेडिकल सीटें हैं?
नीचे दी गई सूची के अनुसार, तमिलनाडु में सबसे अधिक सरकारी मेडिकल सीटें उपलब्ध हैं, जबकि मेघालय में सबसे कम सीटें हैं।
राज्य सरकारी मेडिकल कॉलेज सरकारी सीटें
तमिलनाडु 38 5250
महाराष्ट्र 32 5125
उत्तर प्रदेश 35 4303
गुजरात 23 4250
राजस्थान 26 3955
तेलंगाना 28 3890
पश्चिम बंगाल 26 3825
आंध्र प्रदेश 18 3235
कर्नाटक 22 3450
मध्य प्रदेश 15 2400
ओडिशा 12 1675
बिहार 13 1615
असम 13 1550
छत्तीसगढ़ 10 1355
दिल्ली 8 1247
जम्मू-कश्मीर 11 1239
पंजाब 5 850
हरियाणा 6 835
झारखंड 7 805
हिमाचल प्रदेश 7 770
उत्तराखंड 5 700
केरल 12 1755
पुडुचेरी 3 380
मणिपुर 3 375
गोवा 1 180
दादरा एवं नगर हवेली 1 177
चंडीगढ़ 1 150
त्रिपुरा 1 125
मिजोरम 1 100
नागालैंड 1 100
अरुणाचल प्रदेश 1 50
मेघालय 1 50
अंडमान और निकोबार 1 114
कुल 386 55,880
EWS कोटे के लिए 10% सीटें आरक्षित!
सरकारी मेडिकल सीटों में से 10% सीटें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए आरक्षित हैं। MCIA (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) ने पहले ही इस संबंध में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स से चर्चा कर इसे लागू कर दिया है।
अन्य मेडिकल सीटों की स्थिति
इसके अलावा, देशभर में अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए सीटों की उपलब्धता इस प्रकार है:
📌 BDS (डेंटल) सीटें – 27,868
📌 आयुष (आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, सिद्ध) सीटें – 5,272
📌 वेटरनरी (पशु चिकित्सा) सीटें – 603
निष्कर्ष:
NEET UG 2025 में मेडिकल सीट पाने के लिए छात्रों को कड़ी मेहनत करनी होगी। सरकारी मेडिकल कॉलेजों की सीमित सीटों को देखते हुए कटऑफ बहुत हाई रहने की उम्मीद है। ऐसे में, अगर आप NEET की तैयारी कर रहे हैं, तो अपनी स्ट्रेटजी सही बनाएं, कटऑफ ट्रेंड को समझें और स्मार्ट स्टडी प्लान अपनाएं।
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