फूड प्वाइजनिंग के लक्षण: पहचानें और तुरंत करें इन घरेलू उपायों का उपयोग

फूड प्वाइजनिंग होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार आदि। इन लक्षणों से राहत पाने के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खों को अपना सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि ये नुस्खे सिर्फ लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं, किसी भी गंभीर स्थिति में डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

यहां कुछ घरेलू नुस्खे दिए गए हैं:

  • पानी का सेवन: फूड प्वाइजनिंग के दौरान शरीर से बहुत सारा पानी निकल जाता है, इसलिए खूब पानी पीएं। आप नारियल पानी, छाछ या ओआरएस भी ले सकते हैं।
  • ओआरएस: ओआरएस (Oral Rehydration Solution) शरीर में पानी और खनिजों की कमी को पूरा करने में मदद करता है।
  • दही: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन में मदद करते हैं और बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं।
  • अदरक की चाय: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
  • पुदीने की चाय: पुदीना पाचन को बेहतर बनाने और उल्टी को रोकने में मदद करता है।
  • केला: केला पोटैशियम से भरपूर होता है जो शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।
  • सूखा अदरक: सूखा अदरक को चबाने से उल्टी और मतली में आराम मिलता है।
  • सूप: हल्का सा सूप पीने से शरीर को पोषण मिलता है और उल्टी भी कम होती है।

इन बातों का रखें ध्यान:

  • भोजन: फूड प्वाइजनिंग के दौरान हल्का और पौष्टिक भोजन ही लें। जैसे दलिया, उबला हुआ चावल, सूप आदि।
  • तली हुई और मसालेदार चीजें: तली हुई और मसालेदार चीजों से परहेज करें क्योंकि ये पाचन तंत्र को और अधिक परेशान कर सकती हैं।
  • दवाएं: बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें।

कब डॉक्टर को दिखाएं:

  • अगर आपको बहुत ज्यादा उल्टी या दस्त हो रहा है।
  • अगर आपको बुखार 101 डिग्री फ़ारेनहाइट से अधिक हो गया है।
  • अगर आपको पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा है।
  • अगर आपको मल में खून आ रहा है।
  • अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है।

ध्यान दें: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

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