डायबिटीज कंट्रोल के लिए सूरजमुखी और अलसी के बीज हैं वरदान

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर शुगर को सही तरीके से मेटाबोलाइज नहीं कर पाता और शुगर सीधे खून में घुल जाती है। इससे कई अंग प्रभावित होते हैं जैसे दिल, किडनी और लिवर। लेकिन सही खान-पान और खासतौर पर कुछ बीजों के सेवन से आप अपने शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं और मेटाबोलिक रेट भी बढ़ा सकते हैं।

डायबिटीज में सूरजमुखी और अलसी के बीज कैसे करें मदद?
सूरजमुखी के बीज और अलसी के बीज में ऐसे बायोएक्टिव तत्व होते हैं जो इंसुलिन के कामकाज को बेहतर बनाते हैं। Pubmed Central की रिपोर्ट के अनुसार, सूरजमुखी के बीज में पाए जाने वाले क्लोरोजेनिक एसिड और अलसी के बीज में सेकोइसोलारिसिनॉल डिग्लुकोसॉइड जैसे पदार्थ इंसुलिन प्रतिरोध कम करने और इंसुलिन उत्पादन बढ़ाने में मदद करते हैं। ये दोनों बीज ग्लूकोज नियंत्रण में असरदार साबित होते हैं।

सूरजमुखी और अलसी के बीज खाने के फायदे:
पेट में फाइबर बढ़ाकर पाचन सुधारते हैं।

इंसुलिन सेल्स की सक्रियता बढ़ाते हैं।

शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करते हैं।

शरीर से शुगर तेजी से पचती है और डायबिटीज के खतरे घटते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट गुणों से शरीर को स्वस्थ रखते हैं।

इन बीजों को कब और कैसे खाएं?
डायबिटीज के मरीज रात को सोने से पहले सूरजमुखी और अलसी के बीजों को भिगो दें। सुबह उठकर इन्हें चबाकर खाएं और भिगोने का पानी भी पी जाएं। आप चाहें तो इन बीजों को पानी के साथ ब्लेंड करके जूस बना कर भी पी सकते हैं। इसे खाली पेट लेना सबसे बेहतर होता है। इसे हफ्ते में कम से कम 3 दिन या लगातार 2 हफ्ते तक करें, ताकि शुगर कंट्रोल में मदद मिल सके।

अगर आप डायबिटीज से परेशान हैं, तो इन दोनों बीजों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें और स्वस्थ रहें।

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