इंग्लैंड ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने कहा कि वह उन्हें बुलाया जाता है तो वह सीमित ओवरों के प्रारुप में वापसी करने के लिए तैयार हैं। स्टोक्स का माना है कि अगर नये कोच ब्रेंडन मैकुलम को उनकी सेवाओं की जरुरत हुई तो वह सफेद गेंद के प्रारुप में खेलने तैयार हो जाएंगे। स्टोक्स ने साल 2019 में अपनी टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं साल 2022 में इंग्लैंड की टीम को टी20 विश्वकप जिताया था। इस क्रिकेटर ने 2022 में थकान और लगातार व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को देखते हुए एकदिवसीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था पर भारत में गत वर्ष हुए एकदिवसीय विश्व कप में वापसी की थी।
तब स्टोक्स ने छह मैचों में एक शतक और दो अर्द्धशतक के साथ 304 रन बनाए। लेकिन टीम 9 मैचों में सिर्फ 3 जीत हासिल कर पाई और एक समय तो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए सीधे क्वालीफिकेशन का भी खतरा पैदा हो गया था। उन्होंने विश्व कप 2023 के बाद से सफेद गेंद क्रिकेट में भाग नहीं लिया है। वह जून में टी20 विश्व कप में भी शामिल नहीं थे जिससे कि घुटने की समस्या से उबरकर अपनी पूरी फिटनेस हासिल कर सकें। वह टेस्ट क्रिकेट पर ही पूरा ध्यान लगाने लगे। वह द हंड्रेड के दौरान लगी हैमस्ट्रिंग की चोट के बाद 7 अक्टूबर से पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट से पहले पूरी तरह से फिट होने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। स्टोक्स ने कहा कि कोच के साथ वापसी को लेकर अभी उनकी बात नहीं हुई है।
मैकुलम जनवरी 2025 से पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के साथ टीमों को भी कोचिंग दे रहे हैं, इसलिए अगर मैकुलम से उन्हें बुलावा आता है तो उन्हें खुशी होगी। वह एक अविश्वसनीय कोच रहे हैं जो पूरी प्रतिबद्धता के साथ बोलते हैं और अब तीनों टीमों का एक ही संदेश आक्रामक क्रिकेट खेलने को कहते हैं। स्टोक्स को उम्मीद है कि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट से बाहर रहने के बाद वह पाकिस्तान सीरीज के लिए फिट हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगस्त से चोट के कारण खेल से दूर रहने के बाद वह अपनी गेंदबाजी को लेकर सतर्क रहेंगे।
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