अंकुरित, उबला या भुना – कौन सा चना आपके लिए सही? जानें एक्सपर्ट की राय

चना पौष्टिक तत्वों का भंडार होता है। इसमें प्रोटीन, कार्ब्स, आयरन, फाइबर और फोलेट जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। हेल्दी रहने के लिए कई लोग काले चने का सेवन करते हैं, लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि चना किस रूप में खाना ज्यादा फायदेमंद है – भुना, अंकुरित या उबला? अगर आप भी इस कंफ्यूजन में हैं, तो यहां जानिए आपके लिए कौन सा चना बेहतर रहेगा।

1. किसे खाने चाहिए अंकुरित चने?
✅ उन लोगों के लिए जो ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करते हैं
✅ एथलीट्स और फील्ड जॉब करने वालों के लिए फायदेमंद
✅ एनर्जी बूस्टर और पाचन को सुधारने वाला

एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप फिजिकली ज्यादा एक्टिव रहते हैं तो अंकुरित चने आपके लिए बेहतरीन विकल्प हैं। ये शरीर को भरपूर ऊर्जा देते हैं, लेकिन इन्हें पचाने के लिए शारीरिक श्रम जरूरी होता है। अगर आप ज्यादा एक्टिव नहीं हैं और फिर भी अंकुरित चने खाते हैं, तो पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।

2. ऑफिस वर्क करने वालों के लिए कौन सा चना सही?
✅ उबले हुए चने सबसे अच्छा विकल्प
✅ डाइजेशन और इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं
✅ घी में रोस्ट करके खाने से ज्यादा फायदा

अगर आप दिनभर कुर्सी पर बैठकर ऑफिस वर्क करते हैं, तो अंकुरित चने आपके लिए भारी पड़ सकते हैं। इसके बजाय, उबले हुए चने खाना ज्यादा फायदेमंद होगा। यह न सिर्फ पचने में आसान होते हैं, बल्कि इम्यूनिटी भी बूस्ट करते हैं। आप इन्हें हल्के घी में रोस्ट करके, नमक और नींबू डालकर भी खा सकते हैं, जिससे स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाएंगे।

3. भुने चने खाने से क्या फायदे होते हैं?
✅ डायबिटीज और थायराइड के मरीजों के लिए फायदेमंद
✅ वजन कम करने में मददगार
✅ सर्दी-जुकाम और कफ विकार में राहत दिलाने वाले

अगर आप डायबिटीज, थायराइड या फिर वजन घटाना चाहते हैं, तो भुने हुए चने आपके लिए सबसे अच्छे हैं।

डायबिटीज के मरीजों के लिए यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
भुने चने वजन कम करने में भी सहायक होते हैं क्योंकि इनमें हाई फाइबर होता है, जिससे पेट ज्यादा देर तक भरा रहता है।
अगर आपको बार-बार सर्दी-जुकाम या कफ की समस्या होती है, तो भी भुने चने खाना फायदेमंद रहेगा।
4. किन लोगों को काले चने नहीं खाने चाहिए?
❌ अगर आपको कब्ज की समस्या रहती है
❌ अगर आपकी त्वचा ड्राई रहती है
❌ अगर आपकी शरीर की प्रकृति वात प्रधान है (आयुर्वेद अनुसार)

चने में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो आमतौर पर पाचन के लिए अच्छा होता है। लेकिन अगर आपको पहले से ही कब्ज की समस्या है, तो काले चने खाने से परेशानी बढ़ सकती है।

सूखी त्वचा वाले लोगों को भी इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में ड्रायनेस को और बढ़ा सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार, जिनकी “वात” प्रकृति होती है, उन्हें काले चने खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह गैस, ब्लोटिंग और सूखापन बढ़ा सकता है।
निष्कर्ष
अलग-अलग तरह के चनों के अलग-अलग फायदे होते हैं। अगर आप फिजिकली एक्टिव हैं, तो अंकुरित चने खाएं। अगर ऑफिस वर्क करते हैं, तो उबले चने बेहतर रहेंगे। वहीं, डायबिटीज और वजन घटाने के लिए भुने चने सबसे अच्छा विकल्प हैं। लेकिन अगर आपको कब्ज या सूखी त्वचा की समस्या है, तो काले चने से परहेज करें। अपनी लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य के हिसाब से सही चने का चुनाव करें और फिट रहें!

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