साहित्य के क्षेत्र में 2024 का नोबेल पुरस्कार दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को को दिया गया. उन्हें उनके गहन काव्यात्मक गद्य के लिए इस सम्मान से नवाजा गया. उनका गद्य मानव जीवन की नाजुकता को उजागर करता है. उनके किताबों में द वेजिटेरियन, द व्हाइट बुक, ह्यूमन एक्ट्स और ग्रीक लेसन्स शामिल हैं.
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हेन कांग का जन्म दक्षिण कोरिया के शहर ग्वांगजू में साल 1970 में हुए था. जब वह 9 साल की थीं तब अपने परिवार के साथ सियोल चली गईं. उनके पिता भी एक प्रतिष्ठित उपन्यासकार हैं. अपने लेखन के साथ-साथ, हान कांग ने खुद को कला और संगीत के लिए भी समर्पित कर दिया. इस वर्ष के साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता हान कांग ने 1993 में कोरियन पत्रिका साहित्य और समाज में कई कविताओं के प्रकाशन के साथ अपना करियर शुरू किया था. उनकी गद्य की शुरुआत 1995 में लघु कहानी संग्रह लव ऑफ येओसु (कोरियन भाषा) के साथ हुई. इसके तुरंत बाद उपन्यास और लघु कथाएं दोनों आईं.
हान कांग की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय उपन्यास में द वेजिटेरियन का नाम शामिल है. यह कितान तीन भागों में लिखी गईं, जिसमें हिंसक परिणामों का जिक्र किया गया है. इस कहानी का हीरो मांस न खाने का फैसला लेता है और इसके बाद उसे अलग-अलग प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ता है.
इससे पहले बुधवार (9 अक्टूबर 2024) को साइंटिस्ट डेविड बेकर, डेमिस हस्साबिस और जॉन जंपर को प्रोटीन पर काम करने के लिए रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था. साहित्य के क्षेत्र में अभी तक 121 लोगों को नोबेल पुरस्कार मिल चुका है, जिसमें से 18 महिलाएं हैं. रवींद्रनाथ टैगोर एक मात्र भारतीय हैं, जो जो साहित्य के नोबेल से सम्मानित हुए हैं. उन्हें यह पुरस्कार 1913 में मिला था.