यूट्यूबर एल्विश यादव पर रेव पार्टी में सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप लगा. इसके बाद से सांपों का जहर चर्चा में है.
लेकिन एक ऐसा देश हैं, जहां बकायदा सांपों की खेती होती है। जी हां, आपने सही सुना है, जैसे जानवरों को पालते हैं और उनकी देखभाल की जाती है, उसी तरह यहां सांपों को पाला जाता है। यही वजह है कि यहां सांपों की खेती होती है। चलिए आपको उस अनोखी जगह के बारे में बताते हैं।
वो देश कोई और नहीं बल्कि चीन है। मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेजियांग प्रांत के जिसिकियाओ गांव में यही काम होता है। जी हां, सुनने में आपको भले ही ये अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है. इस गांव में सांपों को घरों में पाला जाता है. इन सांपों की वजह से ही यहां के लोगों का घर चलता है. आमतौर पर लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए कई तरह के काम करते हैं, लेकिन जीवन यापन करने का यह तरीका बेहद अनोखा और खतरनाक है.
इसे स्नेक विलेज भी कहा जाने लगा है ऐसा इसीलिए क्योंकि यहां लगभग हर परिवार स्नेक की ही फार्मिंग करता है. लगभग 7 दशक पहले इस गांव ने स्नेक फार्मिंग की जिम्मेदारी ली. एक अनुमान के मुताबिक, यहां हर साल से 3 से 5 मिलियन सांपों की पैदावार की जाती है। यहां किंग कोबरा, वाइपर और रैटल स्नेक जैसे एक से बढ़कर एक जहरीले सांप पैदा होते हैं। रहस्य से भरा चीन इस मामले में भी विश्व से काफी अलग है।
एक्सपर्ट का कहना है कि चीन के इस गांव में कई नस्ल के सांप पैदा होते हैं। इनको लकड़ी और शीशों के छोटे-छोटे डब्बों में पाला जाता है। कहतें हैं सांपों से बनने वाली जड़ी-बूटी से कई बीमारी का इलाज भी किया जाता है। सांपों से त्वचा की बीमारी का इलाज होता है, साथ ही इसका इस्तेमाल कैंसर का भी इलाज करने के लिए किया जाता है। सांप का जहर दिल के मरीज को देते हैं, सांप से तैयार हुई दवा से शराब का असर भी नहीं होता और पीने वाला हमेशा स्वस्थ रहता है। 1918 में फैले स्पैनिश फ्लू में चीन में सांप के तेल से इसका इलाज हुआ।
अगर आपके मन में यह ख्याल आ रहा है की क्या ये ऑथोरिसेड है तो यह बिलकुल ऑथोरिसेड है। आपको बता दें की यहां 100 से भी ज्यादा स्नेक फार्म हैं. गांव में बड़े-बड़े व्यापारी आकर बोली लगाते हैं. सांपो का सौंदा कर, इन्हे चीन ही नहीं, बल्कि अमेरिका, जर्मनी, रूस और साउथ कोरिया में भी ट्रांसपोर्ट किया जाता है.