राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद में लगातार सात बार आम बजट पेश करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देते हुए मंगलवार को कहा कि यह भारत में महिला सशक्तीकरण एवं महिलाओं के नेतृत्व में विकास की एक मिसाल है।
सभापति ने बजट 2024-25 की प्रति और संबंधित दस्तावेज सदन के पटल पर रखने के लिए वित्त मंत्री सीतारमण को आमंत्रित करते हुए उनके द्वारा 2019 से लगातार सात बार संसद में केंद्रीय बजट पेश किए जाने के लिए उन्हें बधाई दी और इसे एक ‘मील का पत्थर’ करार दिया। सीतारमण द्वारा अभी तक जो बजट पेश किए गये उनमें इस वर्ष फरवरी में प्रस्तुत अंतरिम बजट भी शामिल है।
धनखड़ ने कहा कि सीतारमण ने इसके साथ ही पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई के लगातार छह बार आम बजट पेश करने के रिकार्ड को पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि देसाई ने 1959 से 1964 तक लगातार छह बार बजट पेश किए थे, जिनमें एक अंतरिम बजट भी शामिल था।
सभापति ने वित्त मंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि सीतारमण भारत की प्रथम पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं जिन्हें 2019 में यह दायित्व सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि वह पहली ऐसी महिला वित्त मंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीसरा कार्यकाल पाने वाली सरकार के लिए बजट पेश किया है, वह विश्व की सबसे अधिक आबादी वाले देश में बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्त मंत्री हैं।
सभापति ने कहा, ‘‘ये उपलब्धियां एक मायने में भारत में महिलाओं के सशक्तीकरण और महिलाओं के नेतृत्व में विकास की मिसाल पेश करती हैं।’’
धनखड़ ने जब वित्त मंत्री की सराहना शुरू की तो सीतारमण ने पहले तो अपने दोनों हाथ जोड़कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया। किंतु बाद में अपनी प्रशंसा सुनकर उनके चेहरे पर कुछ असहजता के भाव भी देखे गये।
सदस्यों ने मेजें थपथपा कर वित्त मंत्री सीतारमण की सराहना की। इसके बाद वित्त मंत्री ने आम बजट की प्रति और संबंधित दस्तावेज उच्च सदन के पटल पर रखे।
इससे पहले सीतारमण ने लोकसभा में अपना बजट भाषण दिया और उनके भाषण पूरा होने और निम्न सदन की कार्यवाही स्थगित होने के एक घंटे बाद उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर करीब डेढ़ बजे प्रारंभ हुई थी।
वित्त मंत्री द्वारा बजट की प्रति सदन के पटल पर रखे जाने के बाद उच्च सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी।
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