हार्ट अटैक एक ऐसी इमरजेंसी स्थिति होती है, जो किसी को भी कभी भी हो सकती है, लेकिन सुबह के समय, खासकर 3 से 4 बजे के बीच, इस खतरे का रिस्क सबसे अधिक होता है। दरअसल, रात की नींद के दौरान हार्मोन्स का फ्लक्चुएशन होता रहता है, जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों की तुलना में थोड़े अलग हो सकते हैं।
हार्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (HRI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, न्यूजीलैंड में हर हफ्ते 55 से अधिक महिलाओं को हार्ट अटैक आता है, और उनकी मृत्यु हो जाती है। यह आंकड़ा महिलाओं के बीच हार्ट अटैक के बढ़ते खतरे को दर्शाता है। आइए जानते हैं महिलाओं में हार्ट अटैक के संकेतों के बारे में और इसे कैसे रोका जा सकता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय
डॉक्टरों का कहना है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि इस पहलू पर चर्चा की जाए, क्योंकि समाज में यह धारणा बन चुकी है कि महिलाओं को हार्ट अटैक का रिस्क कम होता है, लेकिन यह सही नहीं है। महिलाओं को भी हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है, खासकर यदि उनकी जीवनशैली और स्वास्थ्य में कोई समस्या हो। अगर किसी महिला को सीने में दर्द और चेस्ट पेन की समस्या रहती है, तो यह हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा, यदि महिला शुगर और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों से पीड़ित है, तो उसे भी हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।
महिलाओं में हार्ट अटैक के संकेत
सीने में दर्द, दबाव या बाहों में दर्द होना, जो गर्दन, जबड़ा या पीठ तक फैल सकता है।
सांस लेने में तकलीफ होना।
मतली या उलटी महसूस होना।
सीने में जलन, अपच या पेट दर्द होना।
अचानक चक्कर आना।
बेहोशी या बेचैनी महसूस होना।
ठंडा पसीना निकलना।
थकान और कमजोरी महसूस होना।
हार्ट अटैक की रोकथाम के उपाय
शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच नियमित रूप से कराएं और आवश्यकता होने पर इसे नियंत्रित करें।
स्वस्थ आहार का सेवन करें, जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, और सही प्रकार की प्रोटीन शामिल हों।
व्यायाम करें, क्योंकि यह दिल को मजबूत बनाता है और स्वास्थ्य में सुधार करता है।
शराब और सिगरेट से दूरी बनाएं, क्योंकि ये दिल की सेहत के लिए हानिकारक हैं।
सर्दियों के मौसम में ज्यादा सावधानी बरतें, क्योंकि इस मौसम में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। यदि आप कोलेस्ट्रॉल, शुगर या बीपी के पेशेंट हैं, तो डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष
महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा भी पुरुषों की तरह हो सकता है, और इसके लक्षण भी पुरुषों से अलग हो सकते हैं। इसलिए महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूक रहना चाहिए और हार्ट अटैक के संभावित संकेतों को पहचानना चाहिए। अगर कोई संकेत दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जीवनशैली में सुधार लाकर इस जोखिम को कम करें।
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