शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेता विनोद बंसल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि देश 1947 जैसी स्थिति की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि –
“जब पाकिस्तान बनाया जा रहा था, तब भी ऐसी ही स्थिति पैदा की गई थी. मुझे लगता है कि आज का माहौल 1947 से पहले की तरह हो गया है.”
👉 पंडित नेहरू का जिक्र करते हुए राउत ने कहा –
“नेहरू जी ने कहा था कि भारत को हिंदू पाकिस्तान नहीं बनने देंगे, लेकिन आज दुर्भाग्य से यह देश उन्हीं ताकतों के हाथों में चला गया है, जो इसे धर्म के नाम पर बांटना चाहते हैं.”
“देश धर्मांध ताकतों के हाथ में चला गया!”
राउत ने वीएचपी, बजरंग दल और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि –
“इन संगठनों का अपने कार्यकर्ताओं पर कोई नियंत्रण नहीं रहा. अब इनका एक ही काम बचा है – दंगे करवाना, मस्जिदों पर हमले करना और हिंदू युवाओं को भड़काना.”
उन्होंने कहा कि देश धर्मांध लोगों के हाथ में नहीं जाना चाहिए, चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान.
औरंगजेब की कब्र पर बवाल – “खत्म कर देंगे!”
👉 विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बड़ा ऐलान किया है.
उन्होंने कहा कि –
👉 “17 मार्च को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर औरंगजेब की कब्र का अंत होगा!”
उन्होंने आगे कहा –
“शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज्य की रक्षा के लिए तीन पीढ़ियां लगा दीं. उन्होंने आतंकी मुगलों को नाकों चने चबवा दिए. अब वक्त आ गया है कि हम पराधीनता के हर निशान को मिटा दें!”
“औरंगजेब की कब्र का भी अंत होगा!”
👉 वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता महाराष्ट्र में जगह-जगह प्रदर्शन करेंगे.
👉 वे सरकार से मांग करेंगे कि औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए और उसकी मानसिकता का भी समूल नाश किया जाए.
संभाजी नगर में क्यों है विवाद?
👉 महाराष्ट्र के संभाजी नगर में औरंगजेब की कब्र है.
👉 वीएचपी का कहना है कि “औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज को यातनाएं देकर मारा था, इसलिए उसकी कब्र नहीं होनी चाहिए.”
राजनीतिक माहौल गरमाया!
👉 इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गर्मा गई है.
👉 क्या संजय राउत का डर सही साबित होगा? क्या शिवाजी जयंती पर कोई बड़ा विवाद खड़ा होगा?
👉 सरकार इस पर क्या कदम उठाएगी?
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