टीम इंडिया में गौतम गंभीर के कार्यकाल के साथ नए युग की शुरुआत होने जा रही है। इस मुद्दे पर भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा कि यह सिर्फ कोच के बारे में नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के बारे में है, जिसके नाम चार विश्व कप हैं। मांजरेकर का बयान ऐसे समय में आया है जब राहुल द्रविड़ के कार्यकाल की समाप्ति के बाद गौतम गंभीर ने श्रीलंका दौरे के लिए भारत के मुख्य कोच का कार्यभार संभाला है।
द्रविड़ के मार्गदर्शन में, भारत ने बारबाडोस में टी20 विश्व कप 2024 का खिताब जीता और अपने 11 साल के आईसीसी खिताब के सूखे को समाप्त किया। भारत इससे पहले दो मौकों पर भी खिताब के बेहद करीब पहुंचा था लेकिन ट्रॉफी जीतने में सफल नहीं रहा।
मांजरेकर ने एक्स पर लिखा कि भारत ने 1983, 2007, 2011 और 2023 में विश्व कप जीता था। उस समय लालचंद राजपूत, गैरी कर्स्टन और द्रविड़ कोच थे लेकिन हमें सिर्फ जीत और भारतीय क्रिकेट का सफर याद है। इसलिए यह भारतीय क्रिकेट के बारे में है, न कि कोच कौन है। अब समय आ गया है कि हम यह सोचना बंद कर दें कि दोनों के बीच कोई संबंध है। गंभीर का पहला कोचिंग कार्यभार आज दिन में श्रीलंका में शुरू होगा, जब सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली भारतीय टीम पल्लेकेले में तीन मैचों की सीरीज के पहले टी20 मैच में मेजबान टीम से भिड़ेगी।
टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच टी20 सीरीज का आगाज 27 जुलाई से होने जा रहा है। ये टीम इंडिया के ‘गंभीर युग’ की शुरुआत होगी और इस मैच पर सभी की नजरें रहेंगी। श्रीलंका दौरे के जरिए गौतम गंभीर अपने कोचिंग करियर की शुरुआत करेंगे। वहीं, दूसरी तरफ सूर्यकुमार यादव टी20 टीम की कप्तानी संभालेंगे।
इस फॉर्मेट में सूर्या सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के सबसे तूफानी बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि वो कप्तानी के बाद अपने खेल में क्या बदलाव करते हैं। दूसरी तरफ गौतम गंभीर के लिए यह एक अच्छी शुरुआत करने का मौका है। सीरीज से पहले उन्होंने कई फैसले लिए हैं, जिससे उनके कार्यकाल में होने वाले बदलाव की झलक दिखाई दी है।
टी20 सीरीज के सभी तीनों मुकाबले पल्लेकेले क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे।