रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में गिना जाता है, लेकिन उनकी असली शक्ति उनके परमाणु हथियारों के भंडार में छिपी है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के हूवर इंस्टीट्यूशन के विजिटिंग फेलो मैक्सिमिलियन टेरहाले के अनुसार, रूस के पास 1,550 लंबी दूरी की परमाणु मिसाइलें तैनात हैं, जो कभी भी हमले के लिए तैयार हो सकती हैं।
इसके मुकाबले यूरोप के पास सिर्फ कुछ सौ न्यूक्लियर हथियार हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर रूस के साम्राज्य को खत्म करना हो, तो कितनी परमाणु मिसाइलों की जरूरत पड़ेगी?
परमाणु हथियारों के मामले में रूस सबसे आगे
परमाणु हथियार किसी भी देश की सैन्य शक्ति और वैश्विक प्रभाव का सबसे बड़ा संकेत होते हैं। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के प्रमुख देशों के पास इस समय निम्नलिखित परमाणु हथियार हैं:
रूस – 5,580 न्यूक्लियर हथियार
अमेरिका – 5,044 न्यूक्लियर हथियार
चीन – लगभग 500 न्यूक्लियर हथियार
फ्रांस – 290 न्यूक्लियर हथियार
ब्रिटेन – 225 न्यूक्लियर हथियार
इस आंकड़े से साफ है कि रूस दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु शक्ति संपन्न देश है। अगर रूस को रोकना हो, तो केवल कुछ मिसाइलों से काम नहीं चलेगा, बल्कि सैकड़ों परमाणु हमले करने पड़ सकते हैं।
NATO और यूरोप के लिए बड़ी चुनौती!
NATO और यूरोप के पास कुछ सौ परमाणु हथियार ही उपलब्ध हैं, जो रूस की ताकत के मुकाबले बहुत कम हैं। ऐसे में अगर रूस के खिलाफ कोई परमाणु युद्ध छिड़ता है, तो पश्चिमी देशों को बेहद सतर्क और रणनीतिक तरीके से सोचना होगा।
अमेरिका और NATO के पास रूस से टकराने की क्षमता जरूर है, लेकिन वे अब तक सीधे टकराव से बचते आए हैं। यूक्रेन युद्ध के दौरान भी पुतिन कई बार परमाणु हमले की धमकी दे चुके हैं, जिससे पूरी दुनिया में चिंता का माहौल बना हुआ है।
क्या रूस के खिलाफ परमाणु हमला संभव है?
अगर किसी देश ने रूस पर परमाणु हमला किया, तो इसके भयंकर नतीजे पूरी दुनिया को झेलने पड़ सकते हैं। कुछ अहम बिंदु:
रूस पर सैकड़ों न्यूक्लियर मिसाइलें गिरानी पड़ेंगी, लेकिन इससे दुनिया में भारी रेडिएशन फैल जाएगा, जिससे लाखों लोगों की जान जा सकती है।
अगर रूस पर हमला हुआ, तो उसका जवाबी हमला पूरी दुनिया के लिए तबाही ला सकता है।
पुतिन के बाद भी रूस की सेना न्यूक्लियर वेपन्स का इस्तेमाल कर सकती है, जिससे परमाणु युद्ध और भी लंबा और खतरनाक हो सकता है।
रूस पर हमला – आत्मघाती कदम?
अगर कोई देश रूस पर परमाणु हमला करता है, तो उसका बदला रूस जरूर लेगा। इस युद्ध में पूरी दुनिया को नुकसान उठाना पड़ेगा। पुतिन की न्यूक्लियर ताकत को मात देना नामुमकिन नहीं, लेकिन यह खुद के विनाश का रास्ता खोलने जैसा होगा।
इसलिए दुनिया के सभी देशों को इस मुद्दे पर सतर्कता और कूटनीति से काम लेना होगा। वरना, परमाणु युद्ध की एक चिंगारी पूरे विश्व को तबाह कर सकती है!
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