केरल के नेय्याट्टिनकारा में बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
तुषार गांधी टीबी जंक्शन स्थित अपने आवास पर गांधीवादी नेता गोपीनाथन नायर की प्रतिमा का अनावरण कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक भाषण में कहा,
“देश की आत्मा कैंसर से पीड़ित है और संघ परिवार इसे फैला रहा है।”
बयान पर मचा बवाल, BJP-RSS ने जताई आपत्ति!
तुषार गांधी के इस बयान से RSS और बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने माफी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, तुषार अपने बयान पर अडिग रहे और विरोध के बावजूद “गांधी जिंदाबाद” के नारे लगाकर घटनास्थल से रवाना हुए।
हालात तब और बिगड़ गए जब RSS और BJP कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए तुषार गांधी की गाड़ी रोकने की कोशिश की। इस पर तुषार गांधी ने भी “आरएसएस मुर्दाबाद” और “गांधी जिंदाबाद” के नारे लगाए।
विपक्ष का BJP-RSS पर हमला!
तुषार गांधी के खिलाफ हुए इस विरोध प्रदर्शन पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
🔹 केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के अध्यक्ष के सुधाकरन ने घटना की निंदा करते हुए इसे “केरल के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का अपमान” करार दिया। उन्होंने कहा,
“संघ परिवार देश की आत्मा के लिए एक कैंसर है। गोडसे की विचारधारा को अपनाने वालों के लिए केरल में कोई जगह नहीं है।”
🔹 विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा कि तुषार गांधी की गाड़ी रोकना महात्मा गांधी का अपमान करने के बराबर है।
🔹 सीपीआई के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने इसे “अक्षम्य अपराध” बताया और कहा कि “RSS और BJP का असली चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है।”
केरल में गरमाई सियासत!
इस घटना के बाद केरल की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। बीजेपी और आरएसएस समर्थक इस बयान को लेकर आक्रामक हैं, वहीं कांग्रेस और वामपंथी दल इसे “लोकतंत्र पर हमला” बता रहे हैं। देखना यह होगा कि इस विवाद का असर आगे क्या होता है!
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