पेरिस ओलंपिक 2024 खेलों में फ्लोर स्पर्धा में गलत स्कोरिंग को लेकर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने रोमानिया की जिमनास्ट एथलीट बना बारबोसु के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उन्हें कांस्य पदक देने के आदेश दिए है, वहीं भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को अभी न्याय का इंतजार है।
रोमानिया की एथलीट एना बारबोसु ने पेरिस ओलंपिक में फ्लोर स्पर्धा में गलत स्कोरिंग को लेकर सीएएस में अपील की थी। बारबोसु स्पर्धा में चौथे स्थान पर रही। इस स्पर्धा में अमेरिका की जॉर्डन चाइल्स को 13.766 अंक मिले थे तो वहीं एना को 13.700 अंक मिले। बारबोसु की अपील पर सुनवाई करते हुए सीएएस ने उन्हें कांस्य पदक देना का आदेश दिया।
इस स्पर्धा के दौरान जॉर्डन चाइल्स ने फ्लोर में कुछ दिक्कत को लेकर अपील की थी जिसके बाद जजों के पैनल ने उन्हें ‘डिग्री ऑफ डिफिकल्टी’ की शिकायत पर अलग से अंक दिए। इस को लेकर एना ने अपना विरोध दर्ज कराया था। इसी तरह भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को स्वर्ण पदक मैच से ठीक पहले 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण अयोग्य ठहराया गया था।
इसके बाद विनेश ने सीएएस में रजत पदक देने का आग्रह करते हुए याचिका दायर की। इस मामले में विनेश की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने उनका पक्ष रखा है। मामले में लगातार देरी देखने को मिल रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक विनेश पर फैसला 13 अगस्त को आने की संभावना है।