एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बढ़ी दरार, स्टारगेट प्रोजेक्ट को लेकर विवाद

दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क और अमेरिका के सबसे पॉवरफुल राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रंप के बीच कुछ समय पहले तक गहरी दोस्ती थी, लेकिन अब एक बड़े प्रोजेक्ट को लेकर दोनों के रिश्तों में दरार आने की खबरें सामने आ रही हैं। दरअसल, ट्रंप ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में अमेरिका को सबसे आगे रखने के लिए स्टारगेट एआई प्रोजेक्ट का ऐलान किया था। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य अमेरिका को एआई टेक्नोलॉजी में चीन से आगे रखना है, लेकिन मस्क ने इस प्रोजेक्ट का खुलकर विरोध किया है।

500 अरब डॉलर का प्रोजेक्ट: स्टारगेट एआई
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्टारगेट प्रोजेक्ट का ऐलान किया। इस प्रोजेक्ट का कुल बजट 500 अरब डॉलर रखा गया है, और इसका उद्देश्य अमेरिका में एआई के नए डेटा सेंटर्स बनाने का है। इसके जरिए 100,000 से अधिक नौकरियां भी पैदा की जा सकती हैं। ट्रंप का कहना है कि यह प्रोजेक्ट चीन की तकनीकी शक्ति को चुनौती देने के लिए महत्वपूर्ण है।

मस्क का विरोध: ट्रंप के करीबी सलाहकार की नाराजगी
एलन मस्क, जो ट्रंप के करीबी सलाहकार रहे हैं, ने इस प्रोजेक्ट पर कड़ी आलोचना की है। मस्क ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए इस प्रोजेक्ट की लीगैलिटी पर सवाल उठाए और दावा किया कि सॉफ्टबैंक के पास सुरक्षित फंड में 10 बिलियन डॉलर से भी कम पैसे हैं। इसके अलावा, मस्क ने ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन को भी निशाने पर लिया, जिनके साथ मस्क पहले ओपनएआई की स्थापना कर चुके थे।

ट्रंप का प्रतिक्रिया: मस्क का गुस्सा क्या है निजी दुश्मनी?
मस्क की आलोचनाओं पर ट्रंप ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी और कहा कि मस्क का गुस्सा शायद व्यक्तिगत दुश्मनी की वजह से हो सकता है। ट्रंप ने कहा, “वे पैसे लगा रहे हैं, सरकार कुछ नहीं लगा रही है, और वे बहुत अमीर लोग हैं, इसलिए मुझे उम्मीद है कि वे ऐसा करेंगे।” हालांकि, ट्रंप ने यह भी कहा कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि जो लोग इस प्रोजेक्ट में शामिल हैं, वे बहुत स्मार्ट हैं।

स्टारगेट प्रोजेक्ट का उद्देश्य: एआई में नेतृत्व बनाए रखना
स्टारगेट सिर्फ एक कमर्शियल प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि यह एक जियोपॉलिटिकल स्टेटमेंट भी है। इसके जरिए अमेरिका एआई इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करेगा और चीन की बढ़ती तकनीकी ताकत से मुकाबला करने की रणनीति अपनाएगा। सॉफ्टबैंक, ओपनएआई, और ओरेकल जैसी कंपनियां इस प्रोजेक्ट के साझेदार हैं, और इसका उद्देश्य सुपर-इंटेलिजेंट एआई सिस्टम विकसित करना है।

क्या अधर में लटक जाएगा प्रोजेक्ट?
हालांकि ट्रंप ने इस मामले को सुलझाने की कोशिश की है, लेकिन मस्क के खिलाफ उठाए गए कड़े सवाल और आलोचनाओं के बाद यह प्रोजेक्ट अधर में लटकता हुआ दिखाई दे रहा है। ट्रंप जानते हैं कि इस 500 अरब डॉलर के प्रोजेक्ट के लिए एलन मस्क का समर्थन बहुत महत्वपूर्ण है। अगर मस्क को मनाया नहीं गया, तो यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में जा सकता है, और इससे दोनों के रिश्तों में और गहरी खाई भी आ सकती है।

निष्कर्ष:
स्टारगेट प्रोजेक्ट के साथ-साथ ट्रंप और मस्क के रिश्तों में जो दरार दिखाई दे रही है, वह भविष्य में दोनों के बीच के रिश्तों के लिए एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। 500 अरब डॉलर के इस एआई प्रोजेक्ट की सफलता या विफलता अब एलन मस्क के रुख पर निर्भर करती है।

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