केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सीबीआई ने कोलकाता की एक विशेष अदालत में दाखिल अपने आरोपपत्र में कहा है कि स्थानीय पुलिस के साथ स्वयंसेवक के रूप में काम करने वाले रॉय ने नौ अगस्त को अस्पताल के सभागार में घटना को कथित तौर पर तब अंजाम दिया था जब प्रशिक्षु चिकित्सक वहां सोने के लिए गई थी।
अधिकारियों के अनुसार, एजेंसी ने आरोपपत्र में सामूहिक बलात्कार के आरोप का उल्लेख नहीं किया है, जिससे संकेत मिलता है कि रॉय ने अकेले ही अपराध को अंजाम दिया।
उन्होंने बताया कि कोलकाता पुलिस ने रॉय को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 10 अगस्त को गिरफ्तार किया था, जिसमें वह नौ अगस्त की सुबह सेमिनार रूम में प्रवेश करते हुए दिखा था।
सीबीआई ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद 14 अगस्त को जांच का जिम्मा संभाला था। सीबीआई ने रॉय को हिरासत में लिया और उससे विस्तृत पूछताछ की, जिसके बाद पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया।
रॉय ने नार्को विश्लेषण के लिए सहमति देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद सीबीआई परीक्षण पर आगे नहीं बढ़ सकी।
मामले में ताला पुलिस थाने के प्रभारी अभिजीत मंडल और मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। घोष कथित भ्रष्टाचार से संबंधित सीबीआई के एक अन्य मामले का भी सामना कर रहे हैं।
प्रशिक्षु चिकित्सक का शव नौ अगस्त को सुबह 9.30 बजे उसके एक सहकर्मी ने वार्ड में राउंड शुरू करने से पहले उसकी तलाश के दौरान देखा था। ताला पुलिस थाने को ”एक महिला के बेहोशी की हालत में पड़े होने” के बारे में सूचित किया गया था और उसका दल पूर्वाह्न करीब 10.30 बजे मौके पर पहुंचा।
प्रशिक्षु चिकित्सक की हत्या के बाद देशभर में रेजिडेंट डॉक्टर ने बेहतर सुरक्षा की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
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