रिलायंस पावर लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसने अपनी अनुषंगी इकाई विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर के लिए गारंटर से जुड़ी 3,872 करोड़ रुपये की देनदारियों को पूरा कर लिया है।
रिलायंस पावर ने शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी। कंपनी ने कहा, ‘‘विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (वीआईपीएल) की ओर से गारंटर के तौर पर सभी दायित्वों का पूरी तरह से निपटान हो गया है।’’
कंपनी ने कहा कि उसने कॉरपोरेट गारंटी, सहमति और वीआईपीएल के बकाया ऋण के संबंध में कुल 3,872.04 करोड़ रुपये की देनदारियों एवं दावों को निपटाया है।
फर्म ने कहा कि उसने संपत्ति पुनर्गठन कंपनी सीएफएम के साथ सभी विवादों का निपटारा कर लिया है। रिलायंस पावर की तरफ से दी गई जमानत को छुड़ाने के लिए वीआईपीएल के 100 प्रतिशत शेयर सीएफएम के पास गिरवी रख दिए गए हैं।
रिलायंस पावर ने अपनी अनुषंगी इकाइयों- रोजा पावर सप्लाई कंपनी एवं वीआईपीएल और सीएफएम एसेट रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर बकाया कर्ज के निपटान संबंधी एक समझौते को औपचारिक रूप दिया है।
समझौते के मुताबिक, रिलायंस पावर और उसकी अनुषंगियां सीएफएम के खिलाफ शुरू की गई सभी कार्यवाही वापस लेंगी। इसके बाद सीएफएम भी रिलायंस पावर और रोजा के खिलाफ शुरू की गई सभी कार्यवाही वापस ले लेगी जिसमें दिवाला प्रक्रिया शुरू करने का आवेदन भी शामिल है।
एक्सिस ट्रस्टी सर्विसेज लिमिटेड के पक्ष में वीआईपीएल की शेष 92.60 प्रतिशत हिस्सेदारी गिरवी रखी गई है। बकाया निपटान के बाद 30 जून, 2024 तक एकीकृत आधार पर रिलायंस पावर की शुद्ध संपत्ति 11,155 करोड़ रुपये थी।
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