रतन टाटा का निधन एक युग का अंत: जयशंकर और शेखावत

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को शोक जताते हुए कहा कि उद्योग जगत की दिग्गज हस्ती रतन टाटा का निधन ‘एक युग का अंत’ है।

टाटा ने बुधवार रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे।

जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि टाटा भारतीय उद्योग के आधुनिकीकरण से गहराई से जुड़े हुए थे।

उन्होंने कहा, ‘‘रतन टाटा का निधन एक युग का अंत है। वह भारतीय उद्योग के आधुनिकीकरण के साथ गहराई से जुड़े थे। वह इसके वैश्वीकरण के साथ तो और भी अधिक जुड़े थे।’’

जयशंकर ने कहा, ‘‘मुझे अनेक अवसरों पर उनसे बातचीत करने का सौभाग्य मिला था। मैं उनके दृष्टिकोण और अंतर्दृष्टि से लाभान्वित हुआ। उनके निधन पर शोक में राष्ट्र के साथ शामिल हूं। ओम शांति।’’

केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि टाटा ने भारत के कॉरपोरेट परिदृश्य पर एक ‘अमिट छाप’ छोड़ी है।

उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘एक युग का अंत! यह जानकर बहुत दुख हुआ कि श्री रतन टाटा जी अब हमारे बीच नहीं रहे। एक दूरदर्शी व्यवसायी और परोपकारी, जिन्होंने भारत के कॉरपोरेट परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी, उनकी नैतिकता, सहानुभूति और करुणा की विरासत हमेशा प्रेरित करेगी।’’

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘संपूर्ण टाटा समूह परिवार और उन सभी लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं, जिनके जीवन को उन्होंने अपनी उदारता और दयालुता से प्रभावित किया। ओम शांति।’’

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