राज्यसभा में भारत छोड़ो आंदोलन के स्वतंत्रता सेनानियों को शुक्रवार को मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। राज्यसभा के सभापति जगदीश धनखड़ ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए सदस्यों को भारत छोड़ो आंदोलन की 82वीं वर्षगांठ की सूचना दी। उसके बाद सदन ने स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान के सम्मान में मौन खड़े होकर श्रद्धांजलि दी।
श्री धनखड़ ने कहा कि पूरा देश भारत छोड़ो आंदोलन की 82वीं वर्षगांठ मना रहा है। आज ही के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 1942 में पूरे देश को एकजुट होने का आह्वान करते हुए देशवासियों को करो या मरो का मंत्र देकर अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन का नारा दिया था।
इस आंदोलन में युवा महिलाएं और पूरे देश ने एकजुट होकर भागीदारी की थी और ब्रिटिश सरकार की शक्तियों के खिलाफ़ स्वतंत्रता सेनानियों की एकजुटता का परिचय दिया था।
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