मृत दलित युवक के परिजनों से मिले राहुल गांधी,कहा: न्याय मिलने तक संघर्ष करेंगे

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के नसीराबाद में हाल में कथित रूप से कत्ल कर दिये गये एक दलित युवक के परिवार से मिले और कहा कि जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलेगा तब तक ‘हम पीछे नहीं हटने वाले हैं।’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलित युवक के परिवार से मिलने के बाद पत्रकारों बात करते हुए भीड़ की ओर इशारा किया और कहा, ‘यहां पर जो सभी लोग हैं वे न्याय मांग रहे हैं क्योंकि एक दलित युवा को जान से मारा गया है। पूरे परिवार को धमकाया गया है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यहां के पुलिस अधीक्षक ‘मास्टरमाइंड’ पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं बल्कि छोटे-छोटे लोगों को पकड़ रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हर वर्ग का आदर हो और सबको न्याय मिले… जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिलेगा तब तक हम पीछे नहीं हटने वाले हैं।’

इससे पहले कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने बताया था कि गांधी दोपहर करीब एक बजे अमेठी जिले के फुरसतगंज हवाई अड्डे पर उतरे और वहां से रायबरेली के नसीराबाद के लिए रवाना हुए, जहां हाल में एक दलित युवक की कथित रूप से हत्या कर दी गई थी।

गांधी के साथ अजय राय और कांग्रेस के उत्तर प्रदेश मामलों के प्रभारी एवं राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय, राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी समेत कई प्रमुख नेता मौजूद थे।

सलोन इलाके के नसीराबाद थाना क्षेत्र के भुवालपुर सिसनी गांव में 11 अगस्त को कुछ स्थानीय लोगों के साथ विवाद के बाद अनुज पासी (22) नामक एक दलित युवक की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।

पुलिस के अनुसार, इस सिलसिले में अब तक कम से कम छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

परिवार के साथ अपनी संक्षिप्त बातचीत के बाद गांधी ने कहा कि दलित युवक की हत्या अन्याय का ‘स्पष्ट’ मामला है। उन्होंने कहा कि उनका काम ‘दबाव डालना’ है ताकि न्याय हो सके।

कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने पूरे परिवार से बात की है, मृतक की मां से भी बात हुई है और मैं पीड़ित परिवार को नया दिल कर रहूंगा।”

राहुल गांधी ने युवक की मां के हवाले से बताया कि उसका छोटा बेटा बाल काटता है और एक आरोपी ने छह-सात बार उससे बाल कटवाए और पैसे नहीं दिए और जब पैसे के लिए दबाव बनाया तो उसके बड़े बेटे की हत्या कर दी।

यह पूछे जाने पर कि आरोपी को क्या सजा मिलनी चाहिए, उन्होंने कहा, ‘किसी को मौत की सजा देना अदालत का काम है, यह मेरा काम नहीं है। लेकिन मेरा काम यह सुनिश्चित करना है कि कानून लागू हो और इसके लिए दबाव बनाना है।”

गांधी ने कहा, ”मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं। यह एक दलित परिवार है, इसलिए ऐसा हो रहा है।’

कोलकाता में एक डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या के मामले पर टिप्पणी के लिए पूछे जाने पर, गांधी ने कहा कि वह दलित युवक की हत्या के सिलसिले में रायबरेली आए हैं और कोलकाता के मामले के बारे में पहले भी बात कर चुके हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैं यहां उस मामले के बारे में बात नहीं करना चाहता। मैं यहां उस मामले का वर्णन नहीं करना चाहता।”

मीडिया पर दलितों के मुद्दे को नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि वह यहां इस मुद्दे से ध्यान भटकाने नहीं देंगे।

उन्होंने कहा, “मैं कोलकाता मुद्दे के बारे में बाद में बात करूंगा।”

वहां से गांधी दिल्ली लौटने के लिए फुरसतगंज हवाई अड्डे गए।

पुलिस के अनुसार, उनके चार्टर्ड विमान में तकनीकी समस्या थी, जिसके कारण नेता प्रतिपक्ष सड़क मार्ग से लखनऊ पहुंचे और फिर राज्य की राजधानी से हवाई मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना हुए।

यह भी पढ़े :-

मीरा राजपूत ने रक्षा बंधन पर ‘अपने सभी भाइयों, भाभियों और बहनों’ को याद किया