हमास और इस्राइल के बीच कई महीनो से लंबा युद्ध चलता चला आ रहा है लगभग बीते छह महीने से जंग थामने का नाम नहीं ले रही हैं। इस्राइल ने जो हमास को खत्म करने का संकल्प लिया है वो आज गाजा पट्टी पर भारी पड़ चुका है। गाजा में जो आज परिस्थितियों पैदा हो रही है उनको लेकर अब अमेरिका में आक्रोश बढ़ गया है। आज जिधर देखो उधर देशभर में लोग इस्राइल के खिलाफ विरोध का प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे रहे है यहां तक कि इसका विरोध कॉलेज परिसरों में भी किया जा रहा हैं। इस मामले में लगभग पुलिस ने 275 लोगों को गिरफ्तार किया है।
हमास ने इस युद्ध की शुरुआत 7 अक्तूबर को की थी इसमें इस्राइली शहरों पर हमास ने पांच हजार से ज्यादा रॉकेट का इस्तेमाल कर हमले की शुरुआत की थी। हमास के आतंकियों ने भी इस्राइल में घुसकर लोगों को बेरहमी से जान से मार दिया था। इसके जवाब में इस्राइल ने हमास आतंकियों के खिलाफ गाजा में ऑपरेशन शुरू किया गया था। इस युद्ध में गाजा में हमास में भारी बमबारी की गई है, जिससे अधिकतर गाजा खंडहर में तब्दील हो गया है। अब तक इस्राइल और गाजा में कुल 30000 लोगों की मौत हो चुकी है।
America के universities में फलस्तीनी समर्थक को लेकर प्रदर्शन और भी तेज हो गए हैं। इसके चलते पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी एक और सप्ताह के बढ़ा दी गई है। Howard University में प्रदर्शनकारियों फलस्तीनी झंडा लगाया।
हिल्टन होटल में व्हाइट हाउस के पत्रकारों का भोज होना था, कार्यक्रम से पहले ही यहां फलस्तीनियों के समर्थन करने वाले लोग यहां पहुंच गए। होटल के सबसे ऊपरी मंजिलों पर फलस्तीनी का झंडा लगा दिया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने इस पर तालियां बजाईं।कुछ प्रदर्शनकारियों ने फलस्तीनी के लिए और तरबूज के चिन्ह के कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया साथ ही फलस्तीनी मुक्त के नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस्राइल और गाजा की खबरों को अधिक से अधिक दिखाया जाए तो यही हमारा मकसद है इसलिए ये प्रदर्शन किया जा रहा है।व्हाइट हाउस के अनुसार जो भी प्रदर्शन हो उन्हे शांतिपूर्ण तरीके से किए जाने चाहिए।
प्रदर्शनकारी लोगों का कहना है कि देश ऐसे लोगों से संबंध खत्म कर दे,जो ये मानते है कि गाजा में युद्ध से ज्यादा हो सकता है।Universities के प्रशासन के लिए प्रदर्शन एक बड़ी चुनौती बन चुका हैं। प्रशासन शिकायतों के साथ स्वतंत्र अभिव्यक्ति के प्रति commitments को संतुलित करने की कोशिश में लगा हुआ है।