यूरिक एसिड के मरीजों का सही पोषण: दालों का करे सही चुनाव

यूरिक एसिड के मरीज अक्सर दालों को अपने आहार से पूरी तरह हटा देते हैं, लेकिन क्या यह सही है? आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

क्यों करते हैं परहेज?

यूरिक एसिड के मरीजों को अक्सर दालों से परहेज करने की सलाह दी जाती है क्योंकि कुछ दालें प्यूरीन से भरपूर होती हैं। प्यूरीन एक प्रकार का प्राकृतिक यौगिक है जो शरीर में टूटने पर यूरिक एसिड बनाता है। उच्च स्तर का यूरिक एसिड गठिया जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।

कौन सी दालें हैं हानिकारक?

सभी दालें यूरिक एसिड के स्तर को नहीं बढ़ाती हैं। कुछ दालें अन्य की तुलना में अधिक प्यूरीन युक्त होती हैं। इनमें शामिल हैं:

  • मूंग दाल: मूंग दाल में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।
  • उड़द की दाल: उड़द की दाल भी प्यूरीन से भरपूर होती है।
  • चना दाल: चना दाल में भी प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।

कौन सी दालें हैं फायदेमंद?

कुछ दालें ऐसी भी हैं जिनमें प्यूरीन की मात्रा कम होती है और ये यूरिक एसिड के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती हैं। इनमें शामिल हैं:

  • मसूर की दाल: मसूर की दाल में प्यूरीन की मात्रा कम होती है और यह प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है।
  • तोरी दाल: तोरी दाल में भी प्यूरीन की मात्रा कम होती है और यह हल्की होती है।
  • मूंग दाल की दही: मूंग दाल की दही को फेरमेंटेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिससे प्यूरीन की मात्रा कम हो जाती है।

दालों का सेवन कैसे करें?

यूरिक एसिड के मरीजों को दालों का सेवन करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • मात्रा पर नियंत्रण: दालों का सेवन सीमित मात्रा में करें।
  • भिगोकर पकाएं: दालों को भिगोकर पकाने से प्यूरीन की मात्रा कम हो जाती है।
  • पानी बदलें: दालों को पकाते समय पानी को दो-तीन बार बदलें।
  • मसाले कम इस्तेमाल करें: दालों में अधिक मसाले न डालें।
  • डॉक्टर की सलाह लें: किसी भी प्रकार का आहार परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

निष्कर्ष

यूरिक एसिड के मरीजों को सभी प्रकार की दालों से परहेज करने की जरूरत नहीं है। कुछ दालें ऐसी हैं जिनमें प्यूरीन की मात्रा कम होती है और ये उनके लिए फायदेमंद हो सकती हैं। हालांकि, दालों का सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

अतिरिक्त जानकारी:

  • यूरिक एसिड के मरीजों को अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज शामिल करने चाहिए।
  • पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी बहुत जरूरी है।
  • नियमित व्यायाम करने से भी यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

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