हरी मटर एक स्वादिष्ट और पौष्टिक सब्जी है, लेकिन यह सभी के लिए फायदेमंद नहीं होती। खासकर यूरिक एसिड के मरीजों के लिए हरी मटर का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
क्यों?
- पुरीन का उच्च स्तर: हरी मटर में पुरीन नामक पदार्थ की मात्रा अधिक होती है। शरीर में पुरीन का टूटना यूरिक एसिड का उत्पादन करता है।
- यूरिक एसिड का बढ़ना: यूरिक एसिड का अधिक स्तर गठिया और किडनी की पथरी जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
हरी मटर खाने से होने वाली परेशानियां:
- यूरिक एसिड का बढ़ना: हरी मटर खाने से खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है, जिससे गठिया का दौरा पड़ सकता है।
- सूजन और दर्द: यूरिक एसिड के बढ़ने से जोड़ों में सूजन और दर्द हो सकता है।
- किडनी की समस्याएं: अधिक यूरिक एसिड किडनी में जमकर किडनी स्टोन का कारण बन सकता है।
यूरिक एसिड के रोगियों के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
- हरी मटर से परहेज: यूरिक एसिड के रोगियों को हरी मटर से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए या कम से कम इसकी मात्रा को सीमित रखना चाहिए।
- पुरीन युक्त खाद्य पदार्थों से बचें: मांस, समुद्री भोजन, बीन्स, मटर, मशरूम और फूलगोभी जैसे अन्य पुरीन युक्त खाद्य पदार्थों से भी परहेज करना चाहिए।
- पानी का पर्याप्त सेवन: दिन भर में पर्याप्त पानी पीने से यूरिक एसिड को पतला करने में मदद मिलती है।
- डॉक्टर की सलाह लें: किसी भी आहार परिवर्तन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष:
यूरिक एसिड से पीड़ित लोगों के लिए हरी मटर का सेवन हानिकारक हो सकता है। इसलिए, यूरिक एसिड के रोगियों को हरी मटर और अन्य पुरीन युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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