प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्यसभा में भाषण: विकास से लेकर विपक्ष पर हमला, मुख्य बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में अपना भाषण दिया। पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने नारेबाजी की, लेकिन उन्होंने अपना भाषण जारी रखा। चूंकि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम मोदी के भाषण के दौरान हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी, इसलिए विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट कर दिया। मोदी के भाषण का पहला भाग जहां विकास पर केंद्रित था, वहीं दूसरे भाग में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर तीखा हमला किया।

राज्यसभा में विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लोगों ने उनके एजेंडे को हरा दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि संविधान प्रकाश स्तंभ की तरह काम करता है और देश को दिशा देता है।

“हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया में 10वें स्थान से पाँचवें स्थान पर पहुँच गई है; हमें भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का जनादेश मिला है…आने वाले पाँच वर्षों में गरीबी के खिलाफ़ निर्णायक लड़ाई होगी…जब भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, तो इसका न केवल घरेलू स्तर पर बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा,” पीएम मोदी ने कहा।

“देश में सार्वजनिक परिवहन में तेज़ी से बदलाव होगा; कई क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी के प्रभाव दिखाई देंगे…सरकार ने खेत से लेकर बाज़ार तक सूक्ष्म नियोजन के साथ कृषि क्षेत्र को मज़बूत किया है,” पीएम मोदी ने कहा।
पीएम मोदी ने कहा कि यूपीए की ऋण माफ़ी के लाभार्थी केवल 3 करोड़ किसान थे, लेकिन एनडीए की पीएम-किसान योजना से 10 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हुए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “महिला सशक्तिकरण का लाभ सभी क्षेत्रों में दिख रहा है…स्वयं सहायता समूहों में एक करोड़ महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन गई हैं, आने वाले वर्षों में यह संख्या बढ़कर 3 करोड़ हो जाएगी।”  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वाले सच सुनने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं…विपक्ष हार चुका है, अब वे चिल्ला-चिल्लाकर भाग रहे हैं।”  विपक्ष के राज्यसभा से वॉकआउट करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “विपक्ष एनडीए को 140 करोड़ लोगों द्वारा दिए गए जनादेश को पचा नहीं पा रहा है।”  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सरकार द्वारा किए गए कार्यों का लोगों को विस्तृत ब्यौरा देना मेरा कर्तव्य है…हम विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं, वोट बैंक की राजनीति पर नहीं।”  प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के प्रति विपक्ष के चयनात्मक दृष्टिकोण की निंदा की। उन्होंने पश्चिम बंगाल में एक महिला की सार्वजनिक पिटाई और संदेशखली की घटनाओं के बारे में बात न करने के लिए विपक्ष की आलोचना की।

प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए भारतीय ब्लॉक उम्मीदवार का जिक्र करते हुए कहा, “कांग्रेस हमेशा दलित उम्मीदवारों को तब मैदान में उतारती है, जब हार निश्चित होती है।”  प्रधानमंत्री ने संविधान की रक्षा के मुद्दे पर भी कांग्रेस की आलोचना की। विपक्ष के इस चुनाव अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए कि भाजपा संविधान में बदलाव करेगी, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “लोगों ने हमें इसलिए वोट दिया, क्योंकि वे जानते हैं कि केवल हम ही संविधान की रक्षा कर सकते हैं… संविधान शब्द आपको (कांग्रेस) शोभा नहीं देता।” आपातकाल के दौरान किए गए संवैधानिक संशोधनों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा।  “मैं पूरी गंभीरता से कहता हूं कि कांग्रेस संविधान की सबसे बड़ी विरोधी है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस संविधान की प्रति दिखाकर अपने काले कारनामों को छिपाने की कोशिश कर रही है।

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