फ्रांस के पहले दौर के चुनावों में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पिछड़े

फ्रांस के ससंदीय चुनाव के पहले दौर में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों की पार्टी पीछे हो गई है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक मरीन ले पेन की दक्षिणपंथी नेशनल रैली पार्टी ने बढ़त बना ली है। जिसके कारण मैंक्रों की पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई है।

आईपीएसओएस के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक नेशनल रैली (आरएन) के नेतृत्व वाला धुर दक्षिणपंथी गठबंधन 34 फीसदी वोट के साथ पहले स्थान पर है, जबकि वामपंथी गठबंधन 28.1 फीसदी वोट के साथ दूसरे स्थान पर है, वहीं मैंक्रों की पार्टी 20.3 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर चल रही है।

एग्जिट पोल में किसी को भी बहुमत नहीं
सीएनएन रिपोर्ट के मुताबिक एग्जिट पोल में अगले रविवार को दूसरे दौर के मतदान के बाद 577 सीटों वाली नेशनल असेंबली में आरएन 230 से 280 सीटें जीत सकती है, जो कि पूर्ण बहुमत के लिए जरूरी 289 सीटों से कम है।

वहीं वामपंथी गठबंधन न्यू पॉपुलर फ्रंट (एनएफपी) को 125 से 165 सीटों का अनुमान, जबकि मैंक्रों के एन्सेम्बल और उसके सहयोगी 70 से 100 सीटें जीत सकते हैं।

छह जून को हुआ था यूरोपीय संसद के लिए चुनाव
इस महीने की शुरुआत में छह जून को यूरोपीय संसद के लिए चुनाव हुए थे। इस दौरान फ्रांस में सबसे चौंकाने वाली राजनीतिक परिस्थितियां थीं। यहां फ्रांस की धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ला पेन की नेशनल रैली ने मैक्रों की पार्टी को जबरदस्त झटका दिया था। इसके बाद ही राष्ट्रपति ने अंतिम नतीजे आने से पहले ही अचानक राष्ट्रीय चुनावों की घोषणा कर सबको हैरान कर दिया था।

उन्होंने कहा था, ‘मैंने फैसला किया है कि आप वोट के जरिए अपना संसदीय भविष्य चुने। इसलिए मैं नेशनल असेंबली भंग कर रहा हूं। धुर दक्षिणपंथी पार्टियां हर तरफ आगे बढ़ रही हैं। यह ऐसे हालात हैं, जिन्हे मैं स्वीकार नहीं कर सकता।’