आलू नहीं सिर्फ स्वाद का राजा, इस ज़रूरी मिनरल का भी बेहतरीन स्रोत

आलू को अक्सर सिर्फ एक स्वाद बढ़ाने वाली सब्जी या कार्बोहाइड्रेट का स्रोत माना जाता है, लेकिन हकीकत में यह सब्जियों का राजा सिर्फ स्वाद के लिए नहीं बल्कि पोषण के लिए भी जाना जाता है। खासकर पोटैशियम (Potassium) जैसे ज़रूरी मिनरल का यह एक बेहतरीन स्रोत है, जो शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है।

पोटैशियम क्यों है जरूरी?

पोटैशियम एक ऐसा खनिज है जो मांसपेशियों की कार्यप्रणाली, नसों के संचालन और हृदय की धड़कन को सामान्य रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह शरीर में सोडियम के संतुलन को बनाए रखता है और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।

आलू में कितना होता है पोटैशियम?

एक मध्यम आकार के उबले हुए आलू में लगभग 600 मिलीग्राम पोटैशियम पाया जाता है, जो औसतन एक वयस्क की दैनिक ज़रूरत का लगभग 15-20% होता है। यह मात्रा केले, पालक और ब्रोकली जैसे पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थों से भी ज्यादा हो सकती है।

आलू के अन्य पोषक तत्व

  • विटामिन C: रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
  • विटामिन B6: मस्तिष्क और हार्मोनल संतुलन के लिए फायदेमंद।
  • फाइबर: पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है (यदि छिलके सहित खाया जाए)।
  • एंटीऑक्सीडेंट्स: शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।

आलू से जुड़े मिथक
बहुत से लोग मानते हैं कि आलू वजन बढ़ाता है, जबकि असल में समस्या इसके पकाने के तरीके से जुड़ी होती है। तला हुआ आलू (जैसे फ्रेंच फ्राइज या चिप्स) ज़रूर नुकसानदायक हो सकता है, लेकिन उबला या भुना हुआ आलू, विशेषकर छिलके सहित, सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।

आलू का सेवन कैसे करें ताकि सेहत भी मिले और स्वाद भी?

  • उबले आलू को सलाद में मिलाएं।
  • हरी सब्जियों के साथ मिलाकर भाप में पकाएं।
  • आलू को भूनकर थोड़ा सा नींबू और मसाले के साथ खाएं।
  • छिलके सहित सेवन करने की आदत डालें – छिलके में ही ज्यादा फाइबर और मिनरल्स होते हैं।

आलू सिर्फ स्वाद का राजा नहीं, बल्कि एक सुपरफूड जैसा है अगर उसे सही तरीके से खाया जाए। पोटैशियम जैसे जरूरी मिनरल्स का यह सस्ता और सुलभ स्रोत आपकी डाइट को संतुलित बनाने में मदद कर सकता है। अगली बार जब आप आलू को सिर्फ “मोटा करने वाला” मानें, तो उसके अंदर छुपे इस मिनरल खजाने को जरूर याद रखें।