प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पोलैंड विजिट के बाद यूक्रेन की यात्रा पर निकलेंगे. पीएम मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन की यात्रा पर जा रहे हैं. बता दें कि भारत हमेशा से युद्ध की जगह शांति की बात करता रहा है. चाहे वह इजरायल-गाजा युद्ध ही क्यों ना हो. अब यूक्रेन की पीएम मोदी की इस यात्रा से भी यही आस लगने लगी है कि क्या युद्ध खत्म होगा. बता दें कि पीएम मोदी ने इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की. दुनिया में युद्ध के बीच भारत शांति की अलख जगाने वाले देशों में सबसे आगे नजर आ रहा है. सवाल यह भी उठने लगा है कि क्या भारत दोनों जंग को खत्म करा देगा.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 16 अगस्त को अपने समकक्ष इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर खुद ही इसकी जानकारी भी दी थी. नेतन्याहू के साथ बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया की स्थिति पर चर्चा हुई. फोन पर बातचीत के दौरान सभी बंधकों की तत्काल रिहाई, युद्ध विराम और निरंतर मानवीय सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया. मालूम हो कि भारत कई वैश्विक मंचों पर युद्ध को बातचीत के माध्यम से हल करने की वकालत करता रहा है.
अमेरिका को भी साधना चाहता है भारत
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अमेरिका भेजकर पीएम मोदी अमेरिका से लेकर पुतिन तक को साधना चाह रहे हैं. अमेरिका शुरू से ही रूस-यूक्रेन जंग में यूक्रेन के साथ और इजरायल हमास जंग में इजरायल के साथ खड़ा है. ऐसे में भारत अमेरिका से लेकर रूस और इजरायल सबको साधना चाह रहा है. हालांकि भारत अपने शांति के संदेश के साथ खड़ा है.
PM मोदी ने पोलैंड में दिया बुद्ध का संदेश
बुधवार को पोलैंड पहुंचे पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा ‘भारत बुद्ध की विरासत का घर है…भारत युद्ध में नहीं शांति में विश्वास करता है…और इसीलिए भारत इस क्षेत्र में भी शांति की वकालत करता है…भारत का रुख स्पष्ट है कि यह युद्ध का समय नहीं है…यह समय एकजुट होकर पूरी मानव जाति के लिए खतरा पैदा करने वाली चुनौतियों से लड़ने का है…और इसीलिए भारत कूटनीति और संवाद पर जोर दे रहा है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 22 अगस्त को भारतीय समय के मुताबिक, देर शाम को स्पेशल ट्रेन से यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए रवाना होंगे. पीएम मोदी करीब 7 घंटे यूक्रेन की राजधानी कीव में बिताएंगे. इस दौरान पीएम मोदी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे. इस दौरान उम्मीद की जा रही है कि भारत और यूक्रेन के बीच अहम रक्षा सौदों पर समझौते भी होंगे. इस दौरान युद्ध विराम पर भी चर्चा हो सकती है.
पुतिन से भी मिल चुके हैं मोदी
बता दें कि पीछले महीने पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की थी. रूस ने क्रेमलिन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल से सम्मानित किया था. हालांकि इस यात्रा से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की काफी नाराज दिखे थे और कड़ी प्रतिक्रिया भी दी थी. लेकिन अब यूक्रेन की सारी नराजगी भी दूर हो जाएगी. कुल मिलाकर भारत अब विश्व में अपनी अलग पहचान बना रहा है.