पपीता एक पोषण से भरपूर फल है, जिसे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह पाचन को बेहतर बनाने, इम्यूनिटी बढ़ाने और त्वचा को निखारने में सहायक होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों में पपीता का सेवन नुकसानदायक हो सकता है? खासकर, पथरी के मरीजों को इसे खाने से परहेज करना चाहिए।
आइए जानते हैं कि पथरी के मरीजों को पपीता क्यों नहीं खाना चाहिए और किन अन्य बीमारियों में इसका सेवन हानिकारक हो सकता है।
पथरी के मरीजों के लिए पपीता क्यों हानिकारक है?
गुर्दे या गॉलब्लैडर (पित्ताशय) में पथरी की समस्या होने पर पपीता खाने से स्थिति और बिगड़ सकती है। इसके पीछे कई कारण हैं—
- ऑक्सालेट की अधिक मात्रा
- पपीते में ऑक्सालेट पाया जाता है, जो शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर गुर्दे में पथरी बना सकता है या पहले से मौजूद पथरी को और बढ़ा सकता है।
- इससे पेशाब में जलन और दर्द की समस्या भी बढ़ सकती है।
- लेटेक्स एलर्जी और सूजन
- कच्चे पपीते में मौजूद लेटेक्स कुछ लोगों में एलर्जी पैदा कर सकता है, जिससे किडनी और गॉलब्लैडर की सूजन बढ़ सकती है।
- अगर पहले से ही पथरी की समस्या है, तो पपीता खाने से जलन और असहजता हो सकती है।
- डायरेक्ट इफेक्ट ऑन गॉलब्लैडर स्टोन
- गॉलब्लैडर स्टोन के मरीजों के लिए पपीता खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद एंजाइम बाइल जूस के फ्लो को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे दर्द बढ़ सकता है।
किन अन्य बीमारियों में पपीता खाने से बचना चाहिए?
1. लो ब्लड प्रेशर के मरीज
- पपीता ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होता है।
- अगर पहले से ही ब्लड प्रेशर कम रहता है, तो पपीते का सेवन करने से चक्कर आना, कमजोरी और बेहोशी जैसी समस्या हो सकती है।
2. प्रेग्नेंसी के दौरान
- कच्चा पपीता गर्भाशय को संकुचित कर सकता है, जिससे समय से पहले प्रसव या गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है।
- इसमें मौजूद पपेन और लेटेक्स गर्भस्थ शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
3. डायरिया (दस्त) के मरीज
- पपीता पाचन को तेज करता है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
- डायरिया की स्थिति में पपीता खाने से लूज मोशन बढ़ सकते हैं और शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
4. एलर्जी की समस्या वाले लोग
- कुछ लोगों को पपीते में मौजूद एंजाइम से एलर्जी हो सकती है, जिससे खुजली, सूजन और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- ऐसे लोगों को पपीता खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
5. डायबिटीज के मरीज (सावधानीपूर्वक सेवन करें)
- पपीता नेचुरली मीठा होता है, लेकिन इसमें शुगर की मात्रा भी होती है।
- हालांकि, मधुमेह के मरीज सीमित मात्रा में पका हुआ पपीता खा सकते हैं, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर बढ़ा सकता है।
क्या पथरी के मरीज बिल्कुल भी पपीता नहीं खा सकते?
अगर किसी को हल्की पथरी है, तो वह डॉक्टर की सलाह के अनुसार कभी-कभी पका हुआ पपीता खा सकता है। लेकिन अगर समस्या गंभीर है और बार-बार पथरी बन रही है, तो इस फल को पूरी तरह से छोड़ देना ही बेहतर होगा।
पथरी के मरीजों को किन फलों का सेवन करना चाहिए?
अगर आपको गुर्दे या गॉलब्लैडर में पथरी की समस्या है, तो निम्नलिखित फलों का सेवन कर सकते हैं—
- सेब
- नाशपाती
- अंगूर
- तरबूज
- खरबूजा
- संतरा (डॉक्टर की सलाह के अनुसार)
पपीता एक सेहतमंद फल है, लेकिन यह हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता। खासकर पथरी के मरीजों के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है। अगर आपको गुर्दे या गॉलब्लैडर की पथरी है, तो पपीता खाने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें। अन्य बीमारियों जैसे लो ब्लड प्रेशर, प्रेग्नेंसी और एलर्जी की समस्या में भी इस फल का सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए। सही खानपान और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर पथरी जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।