आमतौर पर यह माना जाता है कि पथरी के मरीजों को पपीता नहीं खाना चाहिए। लेकिन क्या यह सच है? आइए इस मिथक को तोड़ते हैं।
- कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं: अभी तक किसी वैज्ञानिक अध्ययन ने यह साबित नहीं किया है कि पपीता खाने से पथरी की समस्या बढ़ जाती है।
- कुछ अध्ययनों में लाभ: कुछ अध्ययनों से संकेत मिलता है कि पपीते में मौजूद एंजाइम पाचन में मदद कर सकते हैं और किडनी स्टोन के खतरे को कम कर सकते हैं।
तो फिर क्यों यह मिथक प्रचलित है?
- अतिरिक्त फाइबर: पपीते में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। कुछ लोगों का मानना है कि अधिक फाइबर से किडनी में पथरी बनने का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है।
- अम्लीयता: कुछ लोग मानते हैं कि पपीता अम्लीय होता है और यह किडनी स्टोन को बढ़ावा दे सकता है। लेकिन पपीता की अम्लीयता इतनी अधिक नहीं होती कि इससे किडनी स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाए।
कौन से लोगों को पपीता नहीं खाना चाहिए?
हालांकि पपीता आम तौर पर सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए, जैसे:
- लेटेक्स एलर्जी: अगर आपको लेटेक्स से एलर्जी है, तो पपीते से भी एलर्जी हो सकती है।
- दवाइयाँ: कुछ दवाइयाँ पपीते के साथ प्रतिक्रिया कर सकती हैं। इसलिए, अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो पपीता खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान पपीता खाने से बचना चाहिए, खासकर पहले तीन महीनों में।
अन्य बीमारियों में सावधानियां
पथरी के अलावा, कुछ अन्य बीमारियों में भी पपीते का सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, जैसे:
- डायबिटीज: पपीते में शुगर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए।
- पाचन संबंधी समस्याएं: अगर आपको पाचन संबंधी समस्याएं हैं, तो पपीता खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
निष्कर्ष
पपीता एक स्वस्थ फल है और इसमें कई पोषक तत्व होते हैं। पथरी के मरीजों को पपीता खाने से डरने की जरूरत नहीं है। हालांकि, अगर आपको कोई अन्य बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं, तो पपीता खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
सलाह:
- संतुलित आहार: पथरी से बचने के लिए संतुलित आहार लें।
- पानी पिएं: पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
- नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करें।
- डॉक्टर की सलाह लें: किसी भी बीमारी के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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