गर्मियों में सड़कों किनारे या पार्कों में खिले लाल-नारंगी रंग के पलाश के फूल न सिर्फ देखने में खूबसूरत होते हैं, बल्कि ये आयुर्वेद में एक औषधीय फूल के रूप में बेहद महत्व रखते हैं। पलाश के फूलों में पाए जाते हैं एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और हीलिंग गुण, जो कई प्रकार की सेहत संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
तो चलिए जानते हैं, किन बीमारियों में पलाश के फूल लाभकारी साबित हो सकते हैं।
🌼 पलाश के फूलों के जबरदस्त फायदे
1. पेट के कीड़ों से छुटकारा
अगर आपको अक्सर पेट में कीड़ों की समस्या रहती है तो पलाश के फूल आपके लिए रामबाण हैं। इसमें मौजूद एंटीवर्म तत्व पेट के कीड़ों को खत्म करते हैं और पाचन शक्ति को सुधारते हैं।
👉 कैसे सेवन करें: फूलों को सुखाकर पाउडर बना लें और हल्के गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
2. यूटीआई इंफेक्शन में राहत
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) से परेशान हैं? पलाश के फूलों में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण मूत्राशय और यूट्रस में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं। ये प्राकृतिक डाइयूरेटिक की तरह काम करता है जिससे इंफेक्शन जल्द बाहर निकल जाता है।
3. ब्लोटिंग और दस्त में फायदेमंद
पेट फूलने, गैस या पेचिश-दस्त जैसी परेशानियों में पलाश के फूलों का सेवन बहुत लाभकारी होता है। इसमें मौजूद एस्ट्रिंजेंट गुण आंतों को मजबूत बनाते हैं और पाचन क्रिया को संतुलित करते हैं।
☕ कैसे करें सेवन?
पलाश के फूलों को छांव में सुखाकर पाउडर बना लें।
रोजाना सुबह 1 चम्मच पाउडर को गुनगुने पानी के साथ लें।
चाहें तो पलाश की चाय भी बना सकते हैं – सूखे फूलों को उबालें और छानकर पिएं।
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