घुटनों के नीचे पैर में दर्द? जानिए इसके कारण और बचाव के आसान उपाय

घुटनों से नीचे पैरों में दर्द एक सामान्य समस्या है, जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। यह दर्द हल्का या बहुत तेज हो सकता है, और यह चलने, दौड़ने, उठने, बैठने जैसी सामान्य गतिविधियों में भी तकलीफ पैदा कर सकता है। घुटने के नीचे के पैर में दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिनका समय रहते पता लगाना और उपचार करना जरूरी है। कभी-कभी हम इस दर्द को हल्का समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह भविष्य में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। आइए जानते हैं घुटनों के नीचे के दर्द के मुख्य कारण और इससे बचने के उपाय।

नसों पर दबाव से होने वाला दर्द:
जब घुटने से नीचे जाने वाली नसों पर दबाव पड़ता है, तो दर्द, झनझनाहट और कमजोरी महसूस हो सकती है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे रीड की हड्डी में डिस्क फटने से नसों पर दबाव आना। इस स्थिति में मांसपेशियों में खिंचाव या दर्द हो सकता है।

शिन का दर्द:
शिन के दर्द में आमतौर पर पिंडली की हड्डी के किनारे में दर्द महसूस होता है। इस समस्या में पिंडली की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है, जिससे व्यक्ति को चलने, दौड़ने या कूदने में तकलीफ होती है।

घुटनों के नीचे जलन और दर्द:
यह टेंडोनाइटिस नामक समस्या है, जो टेंडन में सूजन और जलन के कारण होती है। इस स्थिति में घुटने के नीचे के पैर में तेज दर्द हो सकता है। यह दर्द आमतौर पर अधिक शारीरिक श्रम, सीढ़ियां चढ़ने या अधिक समय तक खड़े रहने से हो सकता है। टेंडोनाइटिस से होने वाले दर्द को कम करने के लिए बर्फ का इस्तेमाल किया जा सकता है, और अगर दर्द ज्यादा हो तो एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइयां भी ली जा सकती हैं।

अन्य कारण:
हड्डी में फ्रैक्चर: पैर की हड्डी में फ्रैक्चर होने से तेज दर्द और सूजन हो सकती है।

इंफेक्शन: पैरों में किसी प्रकार का इंफेक्शन भी तेज दर्द और सूजन का कारण बन सकता है।

गठिया: गठिया से पीड़ित व्यक्तियों के पैरों में दर्द, सूजन और साइटिका की समस्या हो सकती है।

बचाव के उपाय:
डॉक्टर से सलाह लें: घुटने से नीचे के पैर में दर्द होने पर सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपको सही उपचार और दवाइयों का सुझाव दे सकते हैं।

लंबे समय तक परेशानी हो तो विशेषज्ञ से संपर्क करें: यदि दर्द लंबे समय से जारी हो, तो विशेषज्ञ से परामर्श लेना बेहद जरूरी है।

थेरेपी और सर्जरी: अगर आवश्यक हो, तो डॉक्टर द्वारा दिए गए थेरेपी, दवाइयां या सर्जरी के विकल्पों का पालन करें।

व्यायाम और स्ट्रेचिंग: मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए नियमित व्यायाम और स्ट्रेचिंग करें।

सही आहार: हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखने के लिए संतुलित आहार लें।

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