ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को तुर्की के पाकिस्तान-समर्थन वाले रवैये पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने साफ कहा कि तुर्की को भारत से अपने ऐतिहासिक संबंधों को नहीं भूलना चाहिए।
🏦 तुर्की के ‘इसबैंक’ का जिक्र, भारत की भूमिका बताई
ओवैसी ने तुर्की के एक प्रसिद्ध बैंक ‘इसबैंक’ (Isbank) का उदाहरण देते हुए कहा कि इसके शुरुआती जमाकर्ता भारतीय थे। उन्होंने कहा कि भारत और तुर्की के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्ते रहे हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
📊 “भारत में हैं 20 करोड़ से ज्यादा मुस्लिम” – ओवैसी
ओवैसी ने तुर्की को यह भी याद दिलाया कि भारत में आज भी 20 करोड़ से अधिक मुस्लिम रहते हैं, जो पाकिस्तान से भी ज्यादा हैं। उन्होंने कहा:
“भारत के मुसलमानों ने हमेशा देश के विकास और एकता में भूमिका निभाई है। पाकिस्तान का इस्लाम के नाम पर किया गया व्यवहार सिर्फ राजनीतिक दिखावा है, उसका असली इस्लाम से कोई वास्ता नहीं।”
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