प्याज का रस चेचक से निजात दिलाने में करेगा मदद, जानिए कैसे करें उपयोग

गर्मियों का मौसम कई तरह की बीमारियां अपने साथ लेकर आता है। ऐसे में एक बीमारी सबसे ज्यादा कॉमन होती है वह है चेचक जिसे चिकनपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है। यह एक संक्रामण बीमारी हैं। अगर इसे समय रहते पहचान लिया गया तो इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है। चलिए जानते हैं चेचक के लक्षण और कुछ घरेलू उपाय:

क्या है चेचक?
चिकनपॉक्स एक फैलने वाली बीमारी है, जिसके पैदा होने का मुख्य कारण वैरीसेला जोस्टर (Varicella Zoster) नामक वायरस होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से हवा, थूक, म्यूकस या किसी प्रभावित व्यक्ति के फोड़े फुंसियों से निकले द्रव्य से फ़ैल सकता है। संक्रमण वाला यह समय रैशेस होने के 2 से 3 दिन पहले शुरू हो जाता है और तब तक चलता है, जब तक फोड़े फुंसियों के अंश सूखकर गिर ना जाएं।

चिकन पॉक्स के लक्षण
तेज बुखार आना
शरीर में लाल रंग के उभरे हुए दाने हो जाना।
ज्यादातर चेहरे, खोपड़ी, रीढ़ और टांगो में ये दाने दिखाई देते है।
दानों में अधिक खुजली होना।
भूख कम लगना।
सिर पर दर्द बना रहना।
गला बैठ जाना
नाक बहना
दानों के चारों ओर त्वचा में सूजन के साथ लाल घेरे बन जाते हैं।

काली मिर्च और प्याज का रस

रोजाना 1 चम्मच प्याज के रस में 2-3 काली मिर्च का पाउडर मिलाकर दिन में 2-3 बार पिएं। इससे आपको लाभ मिलेगा।

गाजर और हरी धनिया
गाजर और हरी धनिया के पत्ता चिकनबॉक्स के लिए काफी अच्छा माना जाता है। दरअसल दोनों की तासीर काफी ठंडी होती है। यह शरीर को आतंरिक रूप से ठंडक प्रदान करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें अधिक मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं तो आपको हर तरह के संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। दोनों चीजों का सेवन करने के लिए गाजर और धनिया को छोटे चटुकड़ों में काटर थोड़े पानी में उबाल लें। इसके बाद इसे छानकर हल्का गुनगुना पिएं।

हरी मटर
हरी मटर भी चिकनपॉक्स से छुटकारा दिलाने में कारगर है। इसके लिए हरी मटर को पानी में पका लें और इसके पानी तो शरीर में अच्छी तरह से लगा लें। इससे लाल चकत्तों से छुटकारा मिलेगा।

बेकिंग सोडा
यह एंटीबैक्टीरियल होता है तो चेचक के घाव को भरकर इंफेक्शन को दूर करने में मदद करता है। इसके लिए आधा चम्मच बेकिंग सोडा पानी में मिक्स कर लें। इसके बाद इसमें साफ कपड़ा भिगोकर चेचकों में लगा लेँ।