सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाली भारत की सबसे कम उम्र की पर्वतारोही काम्या कार्तिकेयन को बुधवार को नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने अंतरराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस पर एक विशेष समारोह के दौरान सम्मानित किया।
आपको बता दें की मुंबई में रहनेवाली काम्या कार्तिकेयन दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं। काम्या कार्तिकेयन अभी सिर्फ 16 साल की उम्र की है, यह उलब्धि उन्होंने सिर्फ 16 साल की उम्र में हासिल कर ली है। काम्या नेवी चिल्ड्रन स्कूल में बारहवीं की छात्रा हैं। काम्या के पिता कमांडर एस. कार्तिकेयन भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं।
एवरेस्ट दिवस, मानने के पीछे एक कारण है जोकि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी 8848.86 मीटर पर पहली बार चढ़ाई को चिह्नित करने के लिए इस दिन 29 मई की तारीख को अंतरराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस के रूप में मनाया जाता है।
1953 में नेपाल के तेनजिंग नोर्गे और न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी के एवरेस्ट पर चढ़ने के 71 साल बाद, 8,000 से अधिक लोग इसकी चढ़ाई कर चुके हैं।
काम्या ने नाम किया रोशन
काम्या अभी महज 16 साल की है। काम्या अपने भारतीय नौसेना कमांडर पिता एस कार्तिकेयन के साथ नेपाल की ओर साउथ कोल से 20 मई को सफलतापूर्वक दुनिया की शीर्ष चोटी पर पहुंचीं। काम्या सात साल पहले एवरेस्ट बेस कैंप तक ट्रेकिंग के दौरान हुई इस चढ़ाई को लेकर हुई थी प्रेरित।
प्रधानमंत्री प्रचंड ने काम्या के साथ कामी रीता शेरपा को भी सम्मानित किया, इस साल इन्होंने रिकॉर्ड 30 बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की। इसके अलावा फुंजो लामा को भी सम्मानित किया, जो केवल 14 घंटे और 31 मिनट में एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम समय में ऐसा करने वाली पहली महिला बन गईं।
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