अब आधार कार्ड की फोटो कॉपी नहीं, चलेगा QR कोड! UIDAI ला रहा है नया डिजिटल ऐप

अब हर जगह आधार कार्ड की फोटो कॉपी ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। चाहे सरकारी दफ्तर हो या प्राइवेट कंपनी, जल्दी ही आप अपने Aadhaar कार्ड का डिजिटल वर्जन QR कोड के ज़रिए सीधे मोबाइल से शेयर कर सकेंगे।

UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) एक नया QR कोड बेस्ड ऐप लॉन्च करने जा रहा है, जो आधार से जुड़े कई कामों को न सिर्फ आसान बल्कि ज्यादा सुरक्षित बना देगा।

📱 आधार के लिए आ रहा है खास QR कोड ऐप
UIDAI एक ऐसा ऐप बना रहा है जिससे लोग अपने आधार कार्ड की फोटोकॉपी देने के बजाय QR कोड से ही पहचान प्रमाण दे पाएंगे।
👉 इसका मतलब है अब कागज़ की फोटोकॉपी की झंझट खत्म और सब कुछ होगा डिजिटल!

🏠 घर बैठे कर सकेंगे आधार से जुड़े सारे काम
UIDAI के CEO भुवनेश कुमार के मुताबिक, अब लोग घर बैठे ही आधार से जुड़ी सेवाओं जैसे:

फिंगरप्रिंट और आईरिस वेरिफिकेशन

पता अपडेट

फोन नंबर या नाम बदलना

जन्मतिथि सुधार

जैसे काम बिना सेंटर जाए कर सकेंगे।

🔒 सुरक्षा भी अब और मजबूत
इस नए सिस्टम में आधार डेटा को यूज़ करने के लिए यूज़र की सहमति ज़रूरी होगी।
इससे आपकी निजी जानकारी बिना आपकी मंज़ूरी के कोई इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।

👉 QR कोड को केवल मोबाइल-टू-मोबाइल या ऐप-टू-ऐप शेयर किया जा सकेगा — वो भी सिर्फ आपकी इजाजत से।

🧾 नकली दस्तावेज़ों का खेल खत्म
UIDAI अब विभिन्न सरकारी और निजी डेटाबेस जैसे:

जन्म प्रमाण पत्र

मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट

ड्राइविंग लाइसेंस

पासपोर्ट

पैन कार्ड

मनरेगा और PDS रिकॉर्ड

…से आपका पता और दूसरी जानकारियां खुद ही वेरिफाई करेगा।
👉 इससे फर्जी दस्तावेज़ों से आधार बनवाने पर रोक लगेगी।

🏢 प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में भी होगा इस्तेमाल
UIDAI चाहता है कि राज्य सरकारें प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त के दौरान आधार QR कोड से पहचान सत्यापन करें। इससे जमीन-जायदाद की धोखाधड़ी में भी रोक लगाई जा सकेगी।

🎯 आसान शब्दों में फायदे:
✅ आधार की फोटोकॉपी की जरूरत खत्म
✅ मोबाइल से QR कोड स्कैन कर सकेंगे पहचान
✅ घर बैठे फिंगरप्रिंट/आईरिस वेरिफिकेशन
✅ गलत जानकारी में घर से सुधार
✅ नकली दस्तावेज़ों पर लगाम
✅ प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में सुरक्षा

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