केंद्र सरकार ने हाल ही में आतंकवाद, खासकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त रुख को दुनिया के सामने रखने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत 7 सर्वदलीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल (डेलिगेशन) गठित किए गए हैं, जो विभिन्न प्रमुख देशों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्य देशों का दौरा करेंगे।
इस डेलिगेशन में 59 सदस्य शामिल हैं, जिनमें 51 नेता और 8 राजनयिक हैं। इस पहल को लेकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने भी समर्थन जताया है।
☎️ रिजिजू से बातचीत के बाद शिवसेना (UBT) का रुख साफ
शिवसेना (UBT) ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर बताया कि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की। जब यह स्पष्ट हुआ कि यह प्रतिनिधिमंडल पूरी तरह “राजनीति से ऊपर” और “भारत बनाम आतंकवाद” जैसे गंभीर विषय पर आधारित है, तब पार्टी ने इसका समर्थन करने का निर्णय लिया।
पार्टी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी इस डेलिगेशन में भाग लेंगी।
🤝 ‘आतंकवाद के खिलाफ हम एकजुट’ – शिवसेना (UBT)
पार्टी ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद सभी राजनीतिक दलों ने प्रधानमंत्री को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ समर्थन दिया है।
उन्होंने यह भी कहा,
“हम अपने सशस्त्र बलों की कार्रवाई के साथ पूरी तरह एकजुट हैं। इसमें किसी तरह की दो राय नहीं हो सकती।”
🏛️ देश के अंदर सवाल, लेकिन विदेश में एकजुटता
शिवसेना (UBT) ने यह भी साफ किया कि:
“हम खुफिया और सुरक्षा तंत्र की विफलताओं पर अपने सवाल देश के भीतर उठाते रहेंगे क्योंकि यह राष्ट्रहित से जुड़ा विषय है। लेकिन वैश्विक मंच पर हमें पूरी एकता के साथ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करना होगा।”
🗣️ सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग
पार्टी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि भविष्य में ऐसे अहम मुद्दों पर राजनीतिक दलों को पहले से सूचित करने की स्पष्ट व्यवस्था होनी चाहिए ताकि भ्रम की स्थिति पैदा न हो।
उन्होंने प्रधानमंत्री से सर्वदलीय बैठक बुलाने की भी मांग की है, ताकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी दलों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
🔍 सर्वदलीय डेलिगेशन की रचना
इस डेलिगेशन में:
NDA के 31 सांसद
कांग्रेस के 3 नेता
अन्य 20 दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
हर पार्टी के नेताओं ने इस पहल का स्वागत किया है। हालांकि कुछ विपक्षी नेताओं, जैसे संजय राउत, ने शुरुआत में सवाल उठाए थे। लेकिन अब उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने अपने रुख को साफ कर दिया है और सरकार के साथ खड़े होने का ऐलान किया है।
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