पटना में नीतीश का नया अंदाज, मंच से ही शिक्षा मंत्री को हड़काया

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना में करीब 59,000 नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया। उन्होंने शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे, लेकिन इस कार्यक्रम में कुछ ऐसा हुआ, जिसने सभी को चौंका दिया और हंसा भी दिया!

नीतीश कुमार का मंच पर अलग ही अंदाज दिखा। उन्होंने मंच से ही शिक्षा मंत्री सुनील कुमार सिंह को फटकार लगा दी और उन्हें खड़े होने का आदेश दे दिया। हालांकि, यह पूरी घटना हल्के-फुल्के अंदाज में हुई, जिससे कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग हंस पड़े और माहौल खुशनुमा बन गया।

मंच से दिया कड़ा संदेश – “ऐ, खड़ा हो!”
कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा, “ऐ, खड़ा हो! आपको जानबूझकर हमने ये विभाग दिया है। ठीक से काम करवाइए!”

लेकिन शिक्षा मंत्री पहले तो संकोच में बैठे रहे। तब नीतीश ने हंसते हुए दोबारा कहा – “अरे खड़ा होइए!” उनके इस अंदाज ने वहां मौजूद शिक्षकों और दर्शकों को चौंका दिया, लेकिन कुछ ही देर में माहौल हल्का हो गया और लोग मुस्कुराने लगे।

“ठीक से काम करवाइए, समझ गए न?”
सीएम ने जब मंत्री को खड़े होने के लिए कहा, तो मंच पर मौजूद बाकी मंत्रियों ने भी खड़े होने की कोशिश की। लेकिन नीतीश कुमार ने तुरंत टोक दिया – “अरे, जिनका विभाग है सिर्फ वही खड़े हों!”

इसके बाद शिक्षा मंत्री सुनील कुमार सिंह संकोच में उठ खड़े हुए, और पूरे मंच पर हंसी का माहौल बन गया। कार्यक्रम में मौजूद महिला शिक्षकों सहित सभी के चेहरे पर मुस्कान आ गई।

महिला शिक्षकों का बढ़ाया हौसला
इस कार्यक्रम में महिला शिक्षिकाएं शुरुआत में चुपचाप बैठी थीं। इसे देखते हुए सीएम ने उनका उत्साह बढ़ाने के लिए कहा – “आप लोग क्यों चुप हैं? हमने महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए इतना कुछ किया है। आप लोग भी खड़े होकर मुस्कुराइए! देखिए कितना अच्छा काम हो रहा है!”

सीएम के इस प्रोत्साहन के बाद महिला शिक्षकों ने भी उत्साह दिखाया और कार्यक्रम में जोश भर गया।

नीतीश के कड़े अंदाज से शिक्षा मंत्री असहज, लेकिन माहौल बना मजेदार!
कार्यक्रम की यह पूरी घटना एक तरफ नीतीश कुमार के अनुशासनप्रिय रवैये को दर्शाती है, तो दूसरी तरफ उनके हल्के-फुल्के अंदाज ने माहौल को खुशनुमा बना दिया।

नीतीश कुमार का यह अंदाज एक मजबूत प्रशासक और एक सहज नेता, दोनों को दर्शाता है। अब देखना यह होगा कि शिक्षा मंत्री सुनील कुमार सिंह इस “खड़े होने के आदेश” को कितनी गंभीरता से लेते हैं!

यह भी पढ़ें:

जब छोटे कद के नेताओं ने अमेरिका को दी कड़ी चुनौती, जेलेंस्की भी इसी रास्ते पर