दिल्ली के एनडीएमसी (NDMC) अस्पतालों में कार्यरत पैरामेडिकल स्टाफ के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। लंबे समय से जिन सुविधाओं की मांग की जा रही थी, सरकार ने अब उन पर सकारात्मक फैसला लिया है।
अब न केवल उन्हें हॉस्पिटल पेशेंट केयर अलाउंस मिलेगा, बल्कि सेवा के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु या रिटायरमेंट के बाद उनका सरकारी क्वॉर्टर उनके बेटे या आश्रित को भी अलॉट किया जा सकेगा।
इसके अलावा कर्मचारियों की भलाई के लिए कई पुराने नियमों में संशोधन भी किए गए हैं, जिससे वर्षों से लंबित मामलों का समाधान निकल सकेगा।
✅ क्या-क्या बदलाव हुए हैं?
हॉस्पिटल पेशेंट केयर अलाउंस की मंजूरी
सेवा के दौरान मौत या रिटायरमेंट के बाद क्वॉर्टर ट्रांसफर की सुविधा
रिक्रूटमेंट रूल्स में बदलाव, अब DOPT के अनुसार
वर्तमान में करीब 35 लंबित मामलों पर जल्द होगा फैसला
PWD मंत्री के अनुसार, यह सभी बदलाव कर्मचारियों के हित में लिए गए हैं और इससे नई-पुरानी दोनों श्रेणियों के कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
🩺 पैरामेडिकल स्टाफ क्या-क्या काम करता है?
👩⚕️ मरीजों की देखभाल:
ब्लड प्रेशर, तापमान जांच
दवाइयां देना
इमोशनल सपोर्ट देना
गंभीर या बुजुर्ग मरीजों की मदद करना
🧪 टेस्ट और इलाज में सहयोग:
खून के सैंपल लेना
एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड करना
रिपोर्ट तैयार करने में सहायता
इंजेक्शन, घावों की ड्रेसिंग
🚑 इमरजेंसी में सबसे पहले:
EMT यानी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन
CPR देना, ऑक्सीजन सपोर्ट
मरीज को सुरक्षित अस्पताल तक पहुंचाना
🧠 विशेषज्ञता के साथ सेवा:
रेडियोग्राफर, लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट, EMT
सभी की अपनी विशिष्ट जिम्मेदारियाँ होती हैं
👨👩👧👦 टीम वर्क और कम्युनिकेशन:
डॉक्टर और नर्सों के साथ तालमेल
इलाज की योजना बनाना
मरीजों को बीमारी, इलाज और सावधानियों के बारे में समझाना
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