पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने न्यायिक सुधार पैकेज के मुद्दे पर आखिरकार जेयूआई-एफ के मौलाना फजलुर रहमान को सहयोग के लिए मना लिया। बुधवार आधी रात बाद मौलाना फजलुर रहमान ने पत्रकारों से कहा कि कुछ बिंदुओं पर सहमति बन गई है। कुछ मुद्दों पर आम सहमति के करीब पहुंच गए हैं।
डॉन अखबार की खबर के अनुसार, नवाज शरीफ के आवास पर बुधवार रात हुई बैठक में इस मसले पर सहमति बन गई। बैठक में पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी, पीएमएल-एन अध्यक्ष नवाज शरीफ, जेयूआई-एफ के मौलाना फजलुर रहमान, राष्ट्रपति आसिफ जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ प्रमुख रूप से शामिल हुए। हालांकि संवैधानिक संशोधनों पर पूर्ण सहमति प्राप्त करने के लिए अभी भी पीटीआई के सहयोग की आवश्यकता है।
बैठक में तीनों दलों के नेताओं ने संशोधनों पर विस्तार से चर्चा की। आधी रात बाद बैठक के निष्कर्ष की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि कुछ बिंदुओं पर सहमति बन गई है और कुछ मुद्दों पर तीनों दल आम सहमति के करीब हैं। वह आशान्वित दिखे और कहा कि वे आम सहमति की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ”इस्लामाबाद पहुंचने के बाद मैं प्रस्तावित संशोधनों के बारे में पीटीआई से बात करूंगा।संस्थानों को मजबूत करने के लिए संशोधन लाए जाएंगे। पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि उचित समय के बाद संसद में संशोधन पारित किया जाएगा।
इस बीच पीएमएल-एन नेता इशाक डार ने कहा कि न्यायिक सुधारों पर तीनों दलों के बीच सहमति बन गई है। मगर मौलाना फजल कथित तौर पर प्रस्तावित एक अलग अदालत के बजाय सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। बैठक में कुछ समय के लिए पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज, पंजाब के राज्यपाल सलीम हैदर खान, उप प्रधानमंत्री इशाक डार, आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी, कानूनमंत्री आजम नजीर तरार, कराची के मेयर मुर्तजा वहाब, पंजाब के वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब और पीपीपी के नवीद कमर मौजूद रहे।
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