किडनी की बीमारियों का प्राकृतिक इलाज! जानिए गिलोय का काढ़ा बनाने का सही तरीका

किडनी हमारे शरीर का फिल्टर होती है, जो खून से विषैले पदार्थ (टॉक्सिन) और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने का काम करती है। लेकिन गलत खान-पान, कम पानी पीना और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण किडनी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं।

अगर आप किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो गिलोय का काढ़ा एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय है। यह किडनी की डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है और कई गंभीर समस्याओं से बचाने में कारगर है।

आइए जानते हैं गिलोय के फायदे और इसे बनाने का सही तरीका!

गिलोय – आयुर्वेद में क्यों माना जाता है संजीवनी? 

गिलोय (Tinospora Cordifolia) को आयुर्वेद में ‘अमृता’ कहा जाता है क्योंकि इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। यह सिर्फ किडनी ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है

किडनी को डिटॉक्स करता है
ब्लड प्यूरिफायर की तरह काम करता है
यूरिन इंफेक्शन (UTI) से बचाता है
डायबिटीज और हाई बीपी को कंट्रोल करता है (जो किडनी डैमेज का बड़ा कारण हैं)
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है

गिलोय का काढ़ा – किडनी के लिए वरदान

कैसे बनाएं गिलोय का काढ़ा?

सामग्री:
ताजी गिलोय की बेल – 5-6 इंच का टुकड़ा (या 1 चम्मच गिलोय पाउडर)
पानी – 2 कप
तुलसी की पत्तियां – 4-5
अदरक – ½ इंच का टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
काली मिर्च – 2-3 (पीसी हुई)
शहद – स्वादानुसार (वैकल्पिक)

बनाने की विधि:

गिलोय की बेल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और इसे हल्के हाथों से कूट लें।
एक पैन में 2 कप पानी लें और उसमें गिलोय, तुलसी, अदरक और काली मिर्च डालें
इस मिश्रण को मीडियम आंच पर 10-15 मिनट तक उबालें, जब तक पानी आधा न रह जाए।
इसे छान लें और गुनगुना ही पिएं
स्वाद के लिए शहद मिला सकते हैं, लेकिन डायबिटीज मरीज इसे बिना मीठे के पिएं।

कब और कितना पिएं?

  • रोजाना सुबह खाली पेट या रात में सोने से पहले ½ कप पिएं।
  • अगर आपको कोई किडनी संबंधी बीमारी है, तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही सेवन करें

गिलोय काढ़ा पीने के फायदे – क्यों इसे अपनी डाइट में शामिल करें?

1. किडनी को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करता है

गिलोय शरीर से विषैले तत्वों (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे किडनी हेल्दी बनी रहती है।

2. किडनी स्टोन बनने के खतरे को कम करता है

गिलोय में डाययूरेटिक गुण होते हैं, जो किडनी स्टोन बनने से रोकते हैं और यूरिन फ्लो को सही रखते हैं।

3. यूरिन इंफेक्शन (UTI) से बचाव करता है

अगर आपको बार-बार यूरिन इंफेक्शन की शिकायत रहती है, तो गिलोय का काढ़ा पीने से बैक्टीरिया और इंफेक्शन से बचाव होता है

4. हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को कंट्रोल करता है

हाई बीपी और डायबिटीज किडनी फेलियर के मुख्य कारण होते हैं। गिलोय इन दोनों को नियंत्रित करने में मदद करता है।

5. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है

गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और इन्फेक्शन से बचाते हैं

किन लोगों को गिलोय का काढ़ा नहीं पीना चाहिए? 

गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं
लो ब्लड प्रेशर वालों को डॉक्टर की सलाह लेकर सेवन करना चाहिए
अगर आपको ऑटोइम्यून डिजीज (जैसे ल्यूपस, रूमेटॉइड आर्थराइटिस) है, तो सावधानी बरतें

किडनी हेल्थ के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय

गिलोय का काढ़ा एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय है, जो किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है। अगर आप किडनी की समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो रोजाना इसका सेवन करें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।