हार्ट ब्लॉकेज आज एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जो हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण मानी जाती है। यह ब्लॉकेज नसों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने या नसों के सिकुड़ने के कारण होती है, जिससे खून का प्रवाह रुक जाता है। ऐसे में आयुर्वेद में बताए गए कुछ प्राकृतिक उपाय इस समस्या को दूर करने में बेहद सहायक हो सकते हैं।
स्वामी रामदेव जी द्वारा सुझाया गया एक खास काढ़ा नसों की सफाई कर सकता है और दिल को मजबूत बना सकता है। आइए जानें इसे बनाने का तरीका और इसके फायदों के बारे में।
💓 हार्ट ब्लॉकेज दूर करने वाला आयुर्वेदिक काढ़ा कैसे बनाएं?
सामग्री:
अर्जुन की छाल – 1 चम्मच
दालचीनी – 2 ग्राम
तुलसी के पत्ते – 5
बनाने की विधि:
एक पैन में 2 कप पानी लें।
उसमें अर्जुन की छाल, दालचीनी और तुलसी के पत्ते डालें।
इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए।
अब इसे छानकर खाली पेट पी लें।
इस काढ़े का नियमित सेवन नसों की ब्लॉकेज को धीरे-धीरे कम करने और दिल की सेहत को सुधारने में मदद करता है।
🌿 अर्जुन की छाल के अद्भुत फायदे
हृदय को ताकत दे: इसमें मौजूद ट्राइटरपेनॉइड्स हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं।
ब्लड फ्लो सुधारे: यह धमनियों में जमी प्लाक को घोलता है, जिससे खून का प्रवाह बेहतर होता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: यह फ्री रेडिकल्स से हृदय की रक्षा करता है।
कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को कंट्रोल करे।
🌰 दालचीनी के फायदे – सेहत का स्वादिष्ट राज
धमनियों को साफ करे: दालचीनी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण ब्लॉकेज को कम करते हैं।
पॉलीफेनोल्स से भरपूर: यह हार्ट, लिवर और मेटाबॉलिज्म के लिए लाभकारी होता है।
हार्ट अटैक का खतरा घटाए: रोज़ाना थोड़ी मात्रा में सेवन करने से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
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