जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के वरिष्ठ विधायक अली मोहम्मद सागर ने मंगलवार (4 मार्च) को बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है और खुद को देश का ठेकेदार समझ रही है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक राजनीति का कोई आधार नहीं है और बीजेपी कश्मीर के लोगों को धोखा दे रही है।
बीजेपी को बताया ‘इख्वानियों की फौज’, पाकिस्तान से बातचीत की वकालत
विधानसभा में उपराज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए अली मोहम्मद सागर ने बीजेपी को ‘इख्वानियों की फौज’ कहकर निशाना साधा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की स्थायी शांति के लिए पाकिस्तान से बातचीत की वकालत की। उनका कहना था कि अगर हमें कश्मीर में खून-खराबा खत्म करना है, तो पाकिस्तान से बातचीत जरूरी है।
‘कश्मीर के लोग बीजेपी की राजनीति को पहचान चुके हैं’
अली मोहम्मद सागर ने कहा कि कश्मीर के लोग बीजेपी की राजनीति को अच्छे से समझ चुके हैं और अब वे पार्टी पर हंस रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन्हें कभी ‘इख्वानी’ कहा जाता था, वे अब बीजेपी के करीबी बन गए हैं। उन्होंने दोहराया कि सांप्रदायिक राजनीति का जम्मू-कश्मीर में कोई भविष्य नहीं है।
‘नेशनल कॉन्फ्रेंस सभी धर्मों और समुदायों की पार्टी है’
नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक ने कहा कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस को पूर्ण जनादेश दिया था। उन्होंने कहा कि एनसी सिर्फ एक क्षेत्र या धर्म की पार्टी नहीं, बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करती है।
‘बीजेपी का जम्मू-कश्मीर के लिए कोई योगदान नहीं’
विधायक सागर ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर पर पहले भी कार्य समूह बनाए गए, स्वायत्तता पारित की गई और अब विशेष दर्जे की बहाली के लिए प्रस्ताव भी पेश किया गया। लेकिन, बीजेपी ने अब तक राज्य के लिए कोई ठोस योगदान नहीं दिया है।
‘एलजी राजा की तरह बर्ताव कर रहे हैं’
नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक ने उपराज्यपाल (LG) प्रशासन पर भी हमला बोला और आरोप लगाया कि एलजी एक राजा की तरह व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में नौकरशाही शासन को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
370 की बहाली पर जोर
सागर ने कहा कि अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर के लिए हमेशा फायदेमंद था और उसकी बहाली के लिए एनसी लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने दावा किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है, जबकि बीजेपी ने कोई योगदान नहीं दिया।
निष्कर्ष
नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक अली मोहम्मद सागर ने बीजेपी और एलजी प्रशासन पर तीखा हमला बोलते हुए कश्मीर में पाकिस्तान से बातचीत और अनुच्छेद 370 की बहाली की वकालत की। उनके बयानों से एक बार फिर जम्मू-कश्मीर की राजनीति गरमा गई है। अब देखना होगा कि बीजेपी इस पर क्या जवाब देती है!
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