कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है. उन्होंने आरक्षण को लेकर जमकर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है- न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी, मतलब न रहेगी सरकारी नौकरी, न मिलेगा आरक्षण. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजपी सरकार अंधे निजीकरण से सरकारी नौकरियों को खत्म कर चुपके-चुपके दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों से आरक्षण छीन रही है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी, मतलब न रहेगी सरकारी नौकरी, न मिलेगा आरक्षण. वहीं, बीजेपी सरकार अंधे निजीकरण से सरकारी नौकरियों को खत्म कर चुपके-चुपके दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों से आरक्षण छीन रही है. साल 2013 में पब्लिक सेक्टर में 14 लाख स्थायी पद थे, जो 2023 तक आते आते सिर्फ 8.4 लाख ही बचे.
नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है- न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी, मतलब न रहेगी सरकारी नौकरी, न मिलेगा आरक्षण।
भाजपा सरकार ‘अंधे निजीकरण’ से सरकारी नौकरियों को ख़त्म कर चुपके-चुपके दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों से आरक्षण छीन रही है।
2013 में पब्लिक सेक्टर में 14…
राहुल गांधी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि बीएसएनएल, सेल, भेल जैसे टॉप PSU’s को बर्बाद कर लगभग 6 लाख पक्की नौकरियां सिर्फ पब्लिक सेक्टर से ही खत्म कर दी गई. उन्होंने कहा कि ये वही पद हैं जहां आरक्षण का लाभ मिलता है. सरकारी कामों को ठेके पर देकर रेलवे जैसे संस्थानों में जो नौकरियां बैक डोर से खत्म की जा रही हैं उनकी तो कोई गिनती ही नहीं है.
भरे जाएंगे 30 लाख रिक्त पद
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी मॉडल का निजीकरण देश के संसाधनों की लूट है, जिसके जरिए वंचितों का आरक्षण छीना जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की गारंटी है कि हम पब्लिक सेक्टर्स को मजबूत करेंगे और 30 लाख खाली पड़े सरकारी पदों को भर कर हर वर्ग के लिए रोजगार के दरवाजे खोल देंगे. इसके साथ ही परीक्षा के आयोजन से भर्ती होने तक की एक निश्चित समयसीमा होगी.