रहस्यमयी बीमारी या महज अफवाह? पुतिन की सेहत को लेकर बड़े दावे

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेहत को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। पिछले कुछ सालों में, कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। हाल ही में, कैंसर, पार्किंसन, हार्ट अटैक और ब्रेन ट्यूमर जैसी बीमारियों से पीड़ित होने की खबरें सामने आई हैं। हालांकि, क्रेमलिन (रूसी प्रशासन) इन सभी दावों को अफवाह बताकर खारिज करता आया है। लेकिन, पुतिन की सार्वजनिक उपस्थिति और व्यवहार में आए बदलावों ने इन चर्चाओं को और तेज कर दिया है।

क्या पुतिन को पार्किंसन है?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन पार्किंसन से पीड़ित हो सकते हैं। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI6 के पूर्व प्रमुख सर रिचर्ड डियरलव ने दावा किया कि पुतिन की सेहत तेजी से बिगड़ रही है। कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि

उनके हाथ और पैरों में लगातार कंपन हो रहा है।

उनकी चाल जकड़ी हुई नजर आती है।

एक बैठक में, उन्हें पूरे समय टेबल को मजबूती से पकड़े हुए देखा गया।

बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात के दौरान उनके हाथ और पैर कांपते नजर आए।

इन संकेतों को देखकर पार्किंसन की आशंका जताई जा रही है।

कैंसर की चपेट में पुतिन?
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन कैंसर से पीड़ित हैं और उनकी हालत तेजी से बिगड़ रही है।

रूसी खुफिया एजेंसी के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि पुतिन के पास जीने के लिए सिर्फ 2-3 साल बचे हैं।

बताया जाता है कि उन्हें लगातार सिरदर्द बना रहता है और उनकी नजर भी कमजोर हो गई है।

रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि टीवी पर आने से पहले उन्हें बड़े अक्षरों में लिखे नोट्स दिए जाते हैं, ताकि वह आसानी से पढ़ सकें।

पुतिन ने कैंसर के इलाज के लिए कई बार सर्जरी करवाई है और वे नियमित रूप से सोची (रूस का एक शहर) जाकर मेडिकल टीम से मिलते हैं।

ब्रेन ट्यूमर के संकेत?
ब्रिटेन की सेंट जॉर्ज यूनिवर्सिटी के ऑन्कोलॉजी प्रोफेसर एंगस डाल्गलिश का मानना है कि पुतिन की हालिया गतिविधियां ब्रेन ट्यूमर की ओर इशारा करती हैं।

उनके चेहरे की बनावट में असमानता आई है।

उनके फैसले लेने की क्षमता और व्यवहार में भारी बदलाव देखा गया है।

कई बार वे भाषण के दौरान शब्द भूल जाते हैं या असहज नजर आते हैं।

इन संकेतों के आधार पर न्यूरोलॉजिकल बीमारी या ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना जताई जा रही है।

हार्ट अटैक की खबरें कितनी सच्ची?
एक रूसी टेलीग्राम चैनल ‘जनरल SVR’ ने दावा किया कि पुतिन को कई बार दिल का दौरा पड़ चुका है।

एक बार उनके सुरक्षा गार्डों ने उन्हें बेडरूम में बेहोश पड़ा पाया था।

उनकी आंखें उलट चुकी थीं और हालत गंभीर थी।

हालांकि, क्रेमलिन ने इन खबरों को गलत बताया है।

लेकिन, पुतिन की सार्वजनिक उपस्थिति में कमी आने के चलते यह अफवाहें और जोर पकड़ रही हैं।

क्या पुतिन बॉडी डबल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं?
पुतिन की बीमारी की खबरों के बीच एक और बड़ा दावा किया गया है। कहा जा रहा है कि वे अब अपनी जगह हमशक्लों (Body Doubles) का इस्तेमाल कर रहे हैं।

कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी अलग-अलग तस्वीरों और वीडियो में उनके चेहरे के भाव और बॉडी लैंग्वेज अलग दिखती है।

यह भी दावा किया गया है कि रूसी राष्ट्रपति इतने सतर्क हो गए हैं कि उन्होंने अपने हमशक्लों को अपने सरकारी कार्यक्रमों में भेजना शुरू कर दिया है।

हालांकि, क्रेमलिन ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है और इसे पश्चिमी देशों का प्रोपेगेंडा बताया है।

क्या पुतिन की गिरती सेहत रूस की राजनीति पर असर डालेगी?
चाहे ये खबरें अफवाह हों या सच्चाई, लेकिन पुतिन की बढ़ती उम्र और बदलती सेहत को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।

रूस में अगले कुछ वर्षों में बड़ा राजनीतिक बदलाव हो सकता है।

पुतिन के बीमार होने की स्थिति में रूस की सत्ता में उथल-पुथल मच सकती है।

यदि उनकी सेहत और बिगड़ती है, तो रूस में उनके उत्तराधिकारी को लेकर विवाद हो सकता है।

हालांकि, पुतिन अभी भी रूस के राष्ट्रपति पद पर मजबूती से जमे हुए हैं। लेकिन उनकी सेहत को लेकर लगातार उठ रहे सवालों ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वे भविष्य में अपने शासन को प्रभावी ढंग से चला पाएंगे?

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