केंद्र सरकार ने वर्ष 2025-26 के लिए गेंहू, चना और जौ समेत छह रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने वर्ष 2025-26 के लिए अनिवार्य रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि के प्रस्ताव का अनुमोदन किया।
बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सरकार ने किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के वास्ते वर्ष 2025-26 में रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है। एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि रेपसीड और सरसों के लिए 300 रुपये प्रति क्विंटल और मसूर के लिए 275 रुपये प्रति क्विंटल की घोषणा की गई है। चना के लिए 210 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं के लिए 150 रुपये प्रति क्विंटल, कुसुम के लिए 140 रुपये प्रति क्विंटल और जौ के लिए 130 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
उन्होंने बताया कि नये एमएसपी के अनुसार गेंहू का मूल्य 2275 रुपए से बढाकर 2425 रुपये, जौ का मूल्य 1850 रुपए से बढाकर 1980 रुपए, चना का मूल्य 5440 रुपए से बढाकर 5650 रुपए, मसूर का मूल्य 6425 रुपए से बढाकर 6700 रुपए, रेपसीड एवं सरसों का मूल्य 5650 रुपए से बढाकर 5950 रुपए और कुसुम का मूल्य 5800 रुपए से बढाकर 5940 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया गया है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने रबी सीजन 2025 – 26 के लिए छह रबी फसलों गेहूं, जौ, चना, मसूर, रेपसीड एवं सरसों और कुसुम के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “ किसानों की आय बढ़े, वह सशक्त और समृद्ध बनें, इसके लिए केंद्र सरकार संकल्पित है। रबी फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी के फैसले के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हार्दिक अभिनंदन।”
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