कलौंजी का दूध सदियों से आयुर्वेद में एक अचूक औषधि के रूप में जाना जाता है। इसमें मौजूद औषधीय गुण कई बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कलौंजी के दूध को कैसे बनाएं और इसके क्या-क्या फायदे हैं:
कलौंजी का दूध कैसे बनाएं?
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सामग्री:
- 1 गिलास दूध (गाय का दूध सबसे अच्छा होता है)
- 1/4 चम्मच कलौंजी के बीज
- 1 चुटकी हल्दी (वैकल्पिक)
- 1 चम्मच शहद (स्वाद के लिए)
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विधि:
- एक पैन में दूध डालकर उबाल लें।
- उबलते हुए दूध में कलौंजी के बीज डाल दें।
- धीमी आंच पर 2-3 मिनट तक उबालें।
- गैस बंद कर दें और दूध को ठंडा होने दें।
- ठंडा होने पर इसमें हल्दी और शहद मिलाएं और अच्छी तरह से मिला लें।
कलौंजी के दूध के फायदे
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है: कलौंजी का दूध पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाता है: इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
- वजन घटाने में मदद करता है: कलौंजी का दूध चयापचय को बढ़ाकर वजन घटाने में मदद करता है।
- दिल की सेहत के लिए फायदेमंद: यह हृदय रोगों के खतरे को कम करता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखता है।
- त्वचा के लिए लाभदायक: कलौंजी का दूध त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है।
- बालों के लिए फायदेमंद: यह बालों को मजबूत बनाता है और बालों के झड़ने को रोकता है।
- डायबिटीज को नियंत्रित करता है: कलौंजी का दूध ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
कब और कैसे पिएं?
- कब: आप रोजाना सोने से पहले गर्म कलौंजी का दूध पी सकते हैं।
- कैसे: आप इसमें थोड़ी सी दालचीनी या इलायची भी मिला सकते हैं स्वाद बढ़ाने के लिए।
सावधानियां
- अधिक मात्रा में सेवन न करें: कलौंजी का दूध अधिक मात्रा में लेने से पेट खराब हो सकता है।
- एलर्जी: अगर आपको कलौंजी से एलर्जी है तो इसका सेवन न करें।
- गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कलौंजी का दूध पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
ध्यान दें: कलौंजी का दूध किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है। यह एक प्राकृतिक उपचार है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं में फायदेमंद हो सकता है। किसी भी गंभीर बीमारी के लिए हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
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