आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खान-पान के कारण कई गंभीर बीमारियां जन्म ले रही हैं, जिनमें से एक है माइग्रेन। यह सिर्फ सामान्य सिरदर्द नहीं, बल्कि एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जो कई शारीरिक और मानसिक तकलीफों का कारण बन सकती है।
कैसे होती है माइग्रेन की समस्या?
माइग्रेन का मुख्य कारण गलत जीवनशैली, तनाव, अनियमित दिनचर्या और खान-पान होता है। यह सिरदर्द आधे सिर में होता है, लेकिन कुछ मामलों में पूरे सिर में भी महसूस हो सकता है। माइग्रेन का दर्द कभी-कभी इतना तेज हो जाता है कि सामान्य काम करना भी मुश्किल हो जाता है।
माइग्रेन के प्रमुख लक्षण:
✅ लगातार सिर में दर्द
✅ उल्टी या जी मिचलाना
✅ गर्दन में अकड़न और दर्द
✅ चिड़चिड़ापन और गुस्सा आना
✅ बोलने में परेशानी
✅ भूख लगना या भूख न लगना
✅ तेज आवाज और रोशनी से परेशानी
✅ बार-बार पेशाब आना
✅ लो ब्लड प्रेशर की समस्या
माइग्रेन से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
✔️ पर्याप्त नींद लें और सोने का एक निश्चित समय तय करें।
✔️ तनाव को दूर रखें और मेडिटेशन करें।
✔️ व्यायाम (Exercise) को दिनचर्या में शामिल करें।
✔️ डाइजेशन ठीक रखें, हेल्दी और संतुलित आहार लें।
✔️ तेज आवाज, बहुत ज्यादा स्क्रीन टाइम और स्ट्रॉन्ग लाइट से बचें।
✔️ कैफीन, अल्कोहल और जंक फूड का सेवन कम करें।
✔️ भरपूर पानी पिएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
माइग्रेन के खतरे और नुकसान
अगर माइग्रेन को लंबे समय तक नजरअंदाज किया गया, तो यह ब्रेन स्ट्रोक, नींद की समस्या, पाचन संबंधी दिक्कतें और मानसिक तनाव को बढ़ा सकता है। इसलिए, अगर माइग्रेन का दर्द लगातार बना रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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