माइग्रेन एक ऐसी समस्या है जो सिरदर्द से कहीं अधिक तकलीफदेह होती है। तेज़ दर्द, मतली, चक्कर, रोशनी और आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता जैसी समस्याएं माइग्रेन के साथ आती हैं। कई बार दवाएं भी राहत नहीं देतीं और व्यक्ति घरेलू उपायों की ओर रुख करता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक पारंपरिक भारतीय मिठाई माइग्रेन में फौरन राहत दे सकती है? ये नुस्खा वर्षों से आयुर्वेद में इस्तेमाल होता आ रहा है, और आज भी उतना ही कारगर है।
कौन सी है यह मिठाई?
गुड़ से बनी मिठाई – जैसे कि गुड़ के लड्डू या गुड़ चना – माइग्रेन में बेहद असरदार मानी जाती है।
कैसे करता है काम?
- प्राकृतिक शर्करा का स्रोत:
गुड़ में मौजूद प्राकृतिक शुगर ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करता है, जिससे माइग्रेन ट्रिगर होने की संभावना कम हो जाती है। - ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है:
गुड़ खून को साफ करता है और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है, जिससे सिरदर्द में राहत मिलती है। - मैग्नीशियम और आयरन का खज़ाना:
ये दोनों मिनरल्स माइग्रेन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, खासकर महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन से होने वाले सिरदर्द में। - तनाव में कमी:
गुड़ मस्तिष्क को शांत करता है और तनाव को घटाता है, जो माइग्रेन का एक बड़ा कारण होता है।
कैसे करें सेवन?
- माइग्रेन की शुरुआत होते ही एक छोटा टुकड़ा गुड़ या गुड़-चना खाएं।
- चाहें तो गर्म पानी के साथ गुड़ लें।
- महिलाएं पीरियड्स के दौरान नियमित रूप से गुड़ के लड्डू का सेवन कर सकती हैं।
सावधानी:
- मधुमेह के मरीज गुड़ का सेवन न करें या डॉक्टर से सलाह लेकर करें।
- बहुत अधिक मात्रा में न लें, क्योंकि इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
- अगर माइग्रेन लंबे समय तक बना रहे, तो चिकित्सकीय सलाह ज़रूर लें।
जहां माइग्रेन में दवाएं कभी-कभी असर नहीं करतीं, वहीं गुड़ जैसी देसी मिठाई एक सरल, स्वादिष्ट और असरदार उपाय हो सकती है। पारंपरिक ज्ञान और आज की वैज्ञानिक समझ – दोनों इस उपाय को कारगर मानते हैं। अगली बार जब माइग्रेन की शुरुआत हो, तो गोली से पहले गुड़ ज़रूर आज़माएं।