एयर इंडिया के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने मंगलवार को कहा कि एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ एआईएक्स कनेक्ट का विलय एयर इंडिया समूह के कायाकल्प में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और विलय वाली इकाई बढ़ती हवाई यात्रा की मांग को पूरा करने का काम करेगी।
विल्सन एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) होने के साथ एयर इंडिया एक्सप्रेस के चेयरमैन भी हैं।
एयरलाइन समूह की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ एआईएक्स कनेक्ट के विलय को मंजूरी दे दी है। इसके बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस भावी वृद्धि और रूपांतरण के एजेंडा पर ध्यान केंद्रित करेगी।
विलय के बाद बनी इकाई ‘एयर इंडिया एक्सप्रेस’ नाम और एकीकृत एयरलाइन कोड ‘आईएक्स’ के तहत काम करेगी।
विल्सन ने कहा, ‘‘लगभग एक साल पहले हमने एआईएक्स कनेक्ट और एयर इंडिया एक्सप्रेस के एकीकरण की प्रक्रिया शुरू की थी ताकि दोनों एयरलाइन एक साझा ब्रांड के तहत आ सकें।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रबंध निदेशक आलोक सिंह ने कहा, ‘‘हम दोनों एयरलाइन कंपनियों के एकीकरण के जटिल काम में लग गए और इसका समापन आज दोनों संगठनों के संचालन और कानूनी रूप से विलय में हुआ है।’’
विल्सन ने कहा कि एआईएक्स कनेक्ट का एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ एकीकरण एयर इंडिया के ‘विहान.एआई’ रूपांतरण सफर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और विलय की गई इकाई भारत और क्षेत्र में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करेगी।
विलय की गई इकाई का बेड़ा चालू वित्त वर्ष के अंत तक 100 विमानों से अधिक हो जाने की उम्मीद है जो फिलहाल 88 विमानों का है।
बयान के मुताबिक, एआईएक्स अब 171 हवाई मार्गों पर संचालन कर रही है और 2022 की शुरुआत में टाटा समूह द्वारा एयर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद से यात्री परिवहन में 400 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
विलय की प्रक्रिया में दोनों किफायती एयरलाइन कंपनियों के परिचालन में तालमेल बिठाना, विमानों का स्थानांतरण, परिचालन, सुरक्षा और रखरखाव मंजूरी शामिल थी।
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